संयुक्त किसान मोर्चा ने आज जंतर-मंतर पर महापंचायत करने का एलान किया है। जिसके चलते दिल्ली से सटे गाजीपुर बॉर्डर पर भारी जाम देखा गया है। सड़क पर वाहनों की काफी लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। वहींं, गाजियाबाद डाबर तिराहे होते हुए दिल्ली जाने वाले मार्ग पर लोगों को जाम से परेशानी का सामना करना पड़ा। जानकारी के मुताबिक, जंतर-मंतर पर किसानों के विरोध के आह्वान से पहले पुलिस ने बैरिकेडिंग कर वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी। जिस वजह से यह स्थिति पैदा हुई है।
अधिकारियों ने कहा कि राजधानी में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों की जांच की जा रही है और पुलिस कर्मी अलर्ट मोड पर हैं। गाजीपुर सीमा पर वाहनों की लंबी कतार देखी गई क्योंकि हर वाहन को पुलिस द्वारा चेक किया जा रहा था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह महापंचायत के मद्देनजर किए गए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के गाजीपुर सीमा पर भारी ट्रैफिक जाम देखा गया, सोमवार को जंतर-मंतर पर किसानों के निकाय द्वारा बुलाई गई महापंचायत से पहले दिल्ली पुलिस द्वारा लगाए गए ट्रैफिक प्रतिबंधों के बीच सिंघू सीमा पर वाहनों की आवाजाही धीमी रही।
क्या है किसानों की मांग?
संयुक्त किसान मोर्चा की मांग है किः
- लखीमपुर खीरी कांड के पीड़ित किसान परिवारों को इंसाफ मिले और जेलों में बंद किसानों की रिहाई हो।
- लखीमपुर खीरी कांड को लेकर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी को गिरफ्तार किया जाए।
- स्वामीनाथन आयोग के C2+50% फॉर्मूले के अनुसार, MSP की गारंटी का कानून बनाया जाए। देश के सभी किसानों को कर्जमुक्त किया जाए।
- बिजली बिल को लेकर 2022 के नियम रद्द किए जाएं।
- गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाया जाए और गन्ने की बकाया राशि का भुगतान तुरंत किया जाए।
- भारत WTO से बाहर आए और सभी मुक्त व्यापार समझौते रद्द किए जाएं। किसान आंदोलन के दौरान दर्ज किए गए सभी मुकदमे वापस लिए जाएं।
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों के बकाया मुआवजे का भुगतान तुरंत किया जाए और सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना वापस ली जाए।