राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध विश्व हिंदू परिषद (विहिप) अपने एजेंडे पर चर्चा करने के लिए 11 और 12 जून को हरिद्वार में एक बैठक करेगा और चल रहे मुद्दों पर विचार-विमर्श करेगा। केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक निष्काम सेवा ट्रस्ट भूपतवाला में होगी। इस बैठक में देश के शीर्ष 300 से अधिक संत और महात्मा शामिल होंगे। ज्ञानवापी, कुतुब मीनार और ताजमहल पर उठे विवाद के बीच होने वाली इस बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
संतों से चर्चा
मार्गदर्शक मंडल बैठक के लिए विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक तिवारी शीर्ष संतों से संपर्क कर रहे हैं। जिसमें वह बैठक के मुद्दों और देश में चल रहे हालातों को लेकर संतों से फीड बैक ले रहे हैं। कुटुंब प्रबोधन, घर वापसी जैसे प्रस्तावित विषयों पर विचार मंथन होगा। जनसंख्या नियंत्रण, समान नागरिक संहिता पर भी विचार किया जा सकता है। हनुमान जन्मोत्सव पर निकाली गई शोभायात्राओं पर देश के कई हिस्सों में हुई पत्थरबाजी और सांप्रदायिक घटनाओं पर संतों से चर्चा की जाएगी।
ये रहे मौजूद
उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी में अब शिवलिंग मिलने के बाद परिस्थितियां बदल गई हैं। बदली हुई परिस्थितियों में केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में इस मामले को संतों के सामने रखा जाएगा। जो संत निर्णय लेंगे, विहिप उस पर अमल करेगा। अशोक तिवारी ने सोमवार को श्रीपंचायती बड़ा अखाड़ा उदासीन के महंत रघुमुनि, आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि, श्रीमहंत रविंद्रपुरी, श्रीमहंत महेशपुरी, श्रीमहंत शिवशंकर गिरी, जसविंदर सिंह शास्त्री, महंत दामोदर दास, आचार्य महामंडलेश्वर विशोक आनंद भारती, आचार्य महामंडलेश्वर बालकानंद गिरि, शांतिकुज प्रमुख डॉ. चिन्मया पांडेय आदि से मिलकर बैठक में आने का निमंत्रण दिया। इस मौके पर मयंक चौहान, संजय वर्मा, प्रमोद पाल, प्रणव त्यागी आदि मौजूद रहे।