कानपुर में इसलिए भड़के उपद्रवी, मास्टरमाइंड हाशमी ने पहले भी रची थी साजिश
कानपुर के बेकनगंज में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के बाद अब पुलिस एक्शन में है. पुलिस ने इस मामले में 3 FIR दर्ज की हैं, जिनमें 40 नामजद और 1000 से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस अब तक 35 लोगों को हिंसा फैलाने के आरोप में गिरफ्तार चुकी है. इन सभी पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. हालांकि हिंसा का मास्टर माइंड हयात जफर हाशमी अभी तक फरार है.
कौन है हयात जफर हाशमी?
मौलाना मोहम्मद अली जौहर फैंस एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर हाशमी पर ही इस हिंसा को भड़काने का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. 27 मई को इसने ही बाजार बंद का आह्वान किया था. 28 मई को हयात की तरफ से 3 जून को जेल भरो आंदोलन का आह्वान किया गया. हयात जफर हाशमी का पहले भी विवादों से नाता रहा है. NRC-CAA कानून के वक्त भी हयात जफर ने फेसबुक पर भड़काऊ बातें शेयर करके कानपुर में दंगे भड़काने की कोशिश की थी.
हाशमी पर आरोप है कि उसने एक पारिवारिक मामले में अपनी बहन और मां को उकसाया था, जिसके बाद दोनों ने कानपुर डीएम ऑफिस के बाहर आग लगा ली थी और इस हादसे में दोनों की मौत हो गई थी.
बताया जा रहा है कि हाशमी ने ही सोशल मीडिया के जरिए भीड़ को इकट्ठा किया था. वह सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहता है, पहले भी कई बार लोगों को उपद्रव मचाने के लिए उकसा चुका. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, वह सीएए और एनआरसी के विरोध प्रदर्शन के दौरान भी वह काफी सक्रिय रहा था.
उपद्रवियों की पकड़ में दबिश जारी
पुलिस हिंसाग्रस्त इलाके की सीसीटीवी फुटेज और सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियोज की मदद से उपद्रवियों की पहचान कर रही है. देररात को घरों में दबिश देकर संदिग्ध उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया. पुलिस कमिश्नर विजय मीणा ने बताया कि अब तक 36 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. हमें अभी तक जो फोटो और वीडियो मिला है उसके जरिए उपद्रवियों की पहचान की जा रही है. 40 नामजद और 1000 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया गया है.
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