Ukraine Crisis: माँ के लिए दवा लेने निकली थी महिला, रूसी टैंक ने उतार दिया मौत के घाट
यूक्रेन की राजधानी कीव में अपनी बीमार मां के लिए दवा लाने गई महिला को रूसी टैंक ने उड़ा दिया। वेलेरिया मक्सेत्स्का नाम की यह महिला USAID पार्टनर ऑर्गनाइजेशन के लिए काम करती थी। रिपोर्ट के मुताबिक, कीव के पास एक शहर में उसकी मां और ड्राइवर के साथ उसकी हत्या कर दी गई।
युद्ध शुरू होने पर वेलेरिया ने रूसी सेना से घिरे निवासियों की सहायता के लिए कीव में रहने का फैसला किया था। हालांकि, जब उसकी मां इरीना की दवा खत्म हो गई, तो उन्होंने वहां से जाने का फैसला किया। इस दौरान एक रूसी टैंक से वेलेरिया, इरीना और उनके ड्राइवर यारोस्लाव पर गोलियां दाग दी गईं।
32 वें जन्मदिन से ठीक पहले ही मार डाला
यूएसएआईडी की प्रशासक सामंथा पावर ने इस घटना में तीनों लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। पावर ने कहा कि वेलेरिया एक केमोनिक्स कर्मचारी थीं, जिन्हें रूसी सेना ने उनके 32 वें जन्मदिन से ठीक पहले ही मार दिया। उन्होंने कहा, “मैं वेलेरिया की मृत्यु से बहुत दुखी हूं। उसे यूक्रेन पर गर्व था। उसने सामाजिक सामंजस्य बनाने और गलत सूचना से लड़ने के लिए शानदार काम किया।”
वेलेरिया का यूक्रेनी होने पर था गर्व
रिपोर्ट के मुताबिक, वेलेरिया को उसके दोस्तों ने एक बहादुर महिला के तौर पर याद किया। वह डोनेट्स्क की गोलाबारी से बच गई और कीव चली गई। उसने यूएसएआईडी के साथ काम करना शुरू किया, जहां वह एक दयालु महिला के साथ ही बहादुर महिला के रूप में भी सबकी प्रिय बनी। जब कीव पर हमला किया गया था, तब वेलेरिया ने लिखा था कि वह हिंसा से नाराज थी। उन्हें यूक्रेनी होने पर गर्व था।