यूक्रेन में बमबारी के दौरान जान गंवाने वाले भारतीय छात्र का 2 दिन पहले का वीडियो आया सामने, जानें क्या कहा
रूस और यूक्रेन के बीच छह दिनों से चल रही जंग में मंगलवार को एक भारतीय छात्र की मौत हो गई। विदेश मंत्रालय द्वारा किये गए ट्वीट के मुताबिक, भारतीय छात्र को यूक्रेन के खारकीव में हुई बमबारी में मौत हुई है। छात्र की पहचान नवीन शेखरप्पा (21 ) के रूप में हुई है, जो मूल रूप से कर्नाटक के चलगेरि का रहने वाला है। नवीन खारकीव की मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहा था। नवीन की मौत रेस्क्यू के दौरान हुए हमले में हुई।
बता दें कि जिस नवीन की मौत हुई है, उसका दो दिन पहले एक वीडियो भी सामने आया था जिसमें वह अपने परिवार वालों से बात कर रहा था। इस भयावह माहौल के बीच 2 दिन पहले उसने घर वालों से वीडियो कॉल पर बात की थी और उम्मीद जताई थी कि वो जल्द ही अपने देश वापस लौट आएगा।
कॉल पर हुई ये बात
नवीन के पापा: हैलो, भुवि…कितने लोग अभी तक निकल पाए हैं वहां से
नवीन: 15 से 20 लड़के मेरे सीनियर्स हैं वो जा पाए हैं
नवीन के पापा: 15 से 20 सीनियर्स निकल गए हैं अभी तक ऐसा कह रहा है
नवीन के दादा: भुवि मैं तुम्हारा दादा बोल रहा हूं तुम भी वहां से तुरंत निकलने की कोशिश करो, वहां से किसी भी तरह निकल जाओ
नवीन: सब कोशिश कर रहे हैं
दादा: हां करो क्योंकि दिन ब दिन वहां हालात बिगड़ते जा रहे हैं,
नवीन: हां
दादा: हमने मंत्री पीयूष गोयल से बात की है, उन्होंने कहा कि वहां थोड़ी परेशानी ज्यादा है किसी तरह कोशिश करके वहां से मूव कर जाए तो बचाव सम्भव है, उन्होंने कहा है कि हमारी सरकार ने दोनों देशों से बात की है, दोनों देशों ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वहां पर इण्डियन्स को कुछ नहीं होगा
नवीन: जी
दादा: इसीलिए तुम कुछ प्लान करो, इनिशिएटिव लो, सिचुएशन को पूरी तरह पहले देख लो, बमबारी के वक्त बाहर मत निकलना समझे
नवीन: जी समझ गया
दादा: कोई ट्रेन बस मिल जाये
नवीन: हां अज्जा इन्फो मिली है कि अब ट्रेन्स चलने लगी हैं, सुबह 6 बजे 10 बजे और दोपहर 1 बजे की ट्रेन है
दादा: वहां के हालात देखकर ही फैसला लेना, 40-50 KM निकल जाओगे तो कुछ रास्ता निकल मिल जायेगा, लेकिन बिना किसी मदद के अपने आप कोई खतरा मत उठाना.
इसके अलावा यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को छात्रों सहित सभी भारतीयों को उपलब्ध ट्रेन या किसी अन्य माध्यम से आज तत्काल कीव छोड़ने का सुझाव दिया है। दूतावास ने ट्वीट किया, ‘छात्रों सहित सभी भारतीयों को सलाह दी जाती है कि वे आज उपलब्ध ट्रेन या किसी अन्य उपलब्ध माध्यम के जरिए तत्काल कीव छोड़ दें।’
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद युद्धग्रस्त देश का हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण भारत वहां फंसे अपने नागरिकों को रोमानिया, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया से लगी यूक्रेन की सीमा चौकियों के जरिए बाहर निकाल रहा है। सोमवार को यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने छात्रों को राजधानी कीव में रेलवे स्टेशन पहुंचने की सलाह दी थी, ताकि वे युद्धग्रस्त देश के पश्चिमी हिस्सों तक आगे की यात्रा कर सके।