शरीर को निरोग रखने के लिए करिये सुखासन, जानिए तरीके और लाभ
हम हमेशा से सुनते आ रहे हैं कि एक स्वस्थ शरीर के लिए योग करना जरूरी है। क्योंकि योग करने से इंसान शारीरिक और मानसिक रूप से हमेशा ठीक रहता है। योग से मांसपेशियों का अच्छा व्यायाम होता है, योग शारीरिक और मानसिक रूप से वरदान है। योग से तनाव दूर होता है और अच्छी नींद आती है, भूख अच्छी लगती है, इतना ही नहीं पाचन भी सही रहता
योग से न केवल मांसपेशियों सुदृढ़ होती हैं, बल्कि शरीर में प्राणाशक्ति बढ़ती है और आंतरिक अंगों में दृढ़ता आती है। योग मानसिक तनाव से मुक्ति और मानसिक एकाग्रता प्रदान करता है। आज हम आपको बताएँगे सुखासन करने के फायदे
क्या है सुखासन
सुखासन एक संस्कृत शब्द है जो दो शब्दों से मिलकर बना है सुख और आसन। इस आसन को करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जो शरीर को किसी भी प्रकार के इंफेक्शन से बचाने में मदद करता है। इस आसन का नियमित अभ्यास करने से शारीरिक और मानसिक रूप से सुख और शांति मिलती है।
सुखासन करने का तरीका
सबसे पहले योगा मैट पर पालथी लगाकर बैठ जाएं।
इसके बाद दोनों हाथों को ओम की अवस्था में अपने घुटनों पर रख लें।
आसन को करते वक्त आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी होनी चाहिए।
आंखें बंद रखें और शरीर को बिल्कुल ढीला छोड़ दें।
इस आसन में कम से कम 10 मिनट तक रहें।
सुखासन के स्वास्थ्य लाभ
इस आसन को नियमित रूप से करने से शरीर में ब्लड
ये ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करता है, जिससे हृदय से जुड़ी समस्याएं होने का खतरा कम हो जाता है।
यह आसन तनाव कम करने में मदद कर सकता है।
सुखासन करने से एकाग्रता बढ़ती है, जिससे आप किसी भी काम को ध्यानपूर्वक कर सकते हैं।
इस आसन को नियमित रूप से करने से आपका गुस्सा कम होता है और दिमाग को शांति मिलती है।
यह आसन शरीर के लचीलेपन को बनाएं रखने में मदद करता है।
इस आसन को करने से छाती, पैर और हाथों की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।
सुखासन के दौरान रखें ये सावधानियां
घुटने में दर्द की समस्या होने पर इसे न करें
रीढ़ की हड्डी में दर्द होने पर इसे न करें
इस आसन को हमेशा खाली पेट करना चाहिए
साइटिका के मरीज इसे न करें