कानपुर के गांव में डेंगू और बुखार से पसरा मातम, पंद्रह दिन में 10 लोगों की मौत
लखनऊ: कानपुर के कुरसौली गांव में 15 दिन के अंदर डेंगू और रहस्यमयी बुखार से 10 लोगों की मौत के बाद अफसरों की नींद टूटी है। गुरुवार की रात डीएम आलोक कुमार, एडीएम सिटी अतुल कुमार और सीएमओ नैपाल सिंह ने गांव पहुंचकर बीमार लोगों से हालचाल लिया। साथ ही गांव से पलायन कर रहे लोगों का सच जाना।
बता दें कि इस गांव में बुखार के भय से ज्यादातर लोग घर छोड़कर अपने रिश्तेदारों या दूसरी जगह जा चुके हैं। इस दौरान डीएम का सामना दिव्या तिवारी नाम की एक लड़की से हुआ। दिव्या ने उन्हें प्रशासनिक मदद का आइना दिखाया। सवाल करते हुए पूछा, ”आप लोग यहां क्यों आते हैं? गांव के हर घर मे मातम पसरा हुआ है, पहले क्यों नहीं आए? लौट जाएं नहीं तो आप भी बीमार पड़ सकते हैं। गांव की हवा में जहर घुल चुका है।” इस पर डीएम ने सभी को दिलासा देते हुए लापरवाह लोगों पर कार्यवाही करने की बात कही। इतना ही नहीं गांव वालों से इलाज और जांच का इंतजाम का सच जानकर डीएम आग बबूला हो उठे। उन्होंने कहा, ”पंचायत सचिव और लेखपाल गांव में होने वाली मौतों की जानकारी किसी भी हाल में नहीं छिपाएंगे। सही समय पर सूचना नहीं आई तो उन पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। सीएमओ से कहा कि उनकी टीम लगातार गांव में रहेगी। जो लोग दवा लेने नहीं आ सकते उन्हें घर तक दवा पहुंचाई जाए।”
डीएम ने गांव में सफाई और रात में मच्छरों के आतंक की स्थिति समझी। इसके अलावा मच्छरों से बचाव के लिए लोगों को फुल बांह की शर्ट पहनने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि रात में आने का मकसद यह देखना था कि गांव में मच्छरों की स्थिति क्या है।