आगरा ज़हरीली शराब कांड मामले में 4 दिन में 10 लोगों की मौत, 9 पुलिसकर्मी निलंबित
लखनऊ: आगरा ज़हरीली शराब कांड मामले में फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी ने 4 दिन में हुई 10 लोगों की मौत की वजह पर अपनी मुहर लगा दी है। फॉरेंसिक साइंस की रिपोर्ट में मौत की वजह मिथाइल अल्कोहल का सेवन बताया गया है। साथ ही इस बात की पुष्टि भी हो गई है कि उन्होंने जो शराब पी थी वो ज़हरीली थी।
बता दें कि आगरा में डौकी के गांव कौलारा कला में तीन, बरकुला में एक, ताजगंज के गांव देवरी में चार और शमसाबाद के गढ़ी जहान में दो लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई थी। वहीं फॉरेंसिक की रिपोर्ट में खुलासा होने के बाद तीन थाना प्रभारी सहित 9 पुलिस कर्मी निलंबित कर दिए गए हैं, जबकि दो आबकारी इंस्पेक्टर सहित पांच के निलंबन की सिफारिश भी की गई है। बता दें कि इससे पहले डीएम की ओर से जारी रिपोर्ट में जहरीली शराब से कोई मौत न होने की बात कही गई थी। जिसके बाद एडीजी ने मृतकों के विसरा को जांच के लिए फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी भेजा था।
जहरीली शराब पीने से हुई मौत के मामले में ठीक से जांच ना करने पर दोषी पुलिस और आबकारी विभाग की टीम पर कार्रवाई हो गई है। इस मामले में एडीजी जोन ने सख्ती से पड़ताल की है। साथ ही इंस्पेक्टर ताजगंज उमेशचंद्र त्रिपाठी, इंस्पेक्टर डौकी अशोक कुमार और एसओ शमसाबाद राजकुमार गिरि, चौकी इंचार्ज एकता कुलदीप मलिक, बीट सिपाही देवरी अरुण कुमार, बीट सिपाही कौलारा कला सोमवीर, हैड कांस्टेबिल जगजीत सिंह, गांव गढ़ी जहान सिंह के बीट सिपाही उदयप्रताप व गांव मेहरामपुर के बीट सिपाही श्यामसुंदर के निलंबन के आदेश दिए।