सीएम योगी का सख्त निर्देश, बाढ़ संवेदनशील स्थलों की मॉनिटरिंग के साथ-साथ पेट्रोलिंग अवश्य रूप से सुनिश्चित करें।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास, लखनऊ में बाढ़ नियंत्रण के सम्बन्ध में बैठक की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को बारिश के मौसम से पहले ही नदियों के तटों पर बाढ़ नियंत्रण के प्रभावी इंतजाम करने के दिशा-निर्देश दिए। सीएम योगी ने कहा कि बाढ़ के प्रति अति संवेदनशील तथा संवेदनशील जनपदों में बाढ़ बचाव से सम्बन्धित तैयारियों पर विशेष ध्यान दिया जाए। किसी आपात स्थिति से निपटने की सारी व्यवस्था पहले से की जाए। 15 जून, 2021 के बाद सभी जनपदों में बाढ़ के प्रति अलर्ट लागू किया जाए। सभी अधिकारी अपने-अपने जनपदों में बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित करें एवं बाढ़ संवेदनशील स्थलों की मॉनिटरिंग के साथ-साथ पेट्रोलिंग अवश्य रूप से सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि बाढ़ के प्रति संवेदनशील स्थलों को चिह्नित करते हुए आवश्यकतानुसार राहत सामग्री के पैकेट अभी से तैयार कर लिए जाएं। सभी जनपदों में बाढ़ कंट्रोल रूम को कार्यशील कर दिया जाए और इनमें प्रशिक्षित लोगों को निरन्तर निगरानी पर लगाया जाए। प्रदेश में अगले कुछ दिनों में मानसून के सक्रिय होने की सम्भावना है। बाढ़ की दृष्टि से अति संवेदनशील तथा संवेदनशील जनपदों में नौकाओं की उपलब्धता अभी से सुनिश्चित की जाए। उपलब्ध नौकाओं की आवश्यकतानुसार मरम्मत शीघ्र करा ली जाए। बचाव कार्य के लिए बड़े और मध्यम आकार की नौकाएं ही उपयोग में लाई जाएं।
सीएम योगी ने कहा कि पशुओं के बीमार पड़ने की दशा में उनके इलाज की समुचित व्यवस्था की जाए। पशुओं के लिए आवश्यक दवाइयों का इंतजाम कर लिया जाए। पशुओं के लिए भूसे, हरे चारे, चोकर इत्यादि की भी पर्याप्त व्यवस्था की जाए:अगले कुछ दिनों में कई जनपदों में बारिश के आसार बन रहे हैं। इन जनपदों में गेहूं खरीद भी चल रही है। इसलिए खरीदे गए गेहूं का सुरक्षित भण्डारण सुनिश्चित किया जाए, जिससे वह बारिश से भीगे नहीं। बैठक में जल शक्ति मंत्री ने मुख्यमंत्री जी को पूरे प्रदेश में बाढ़ नियंत्रण के लिए किए गए कार्यों के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की। डॉ. महेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रदेश में नदियों की प्रभावी ढंग से ड्रेजिंग की गई है।