पंजाब बनेगा एविएशन सेक्टर का बड़ा हब, पटियाला फ्लाइंग क्लब में सस्ती पायलट ट्रेनिंग: भगवंत मान

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि आने वाले वर्षों में राज्य एविएशन सेक्टर का एक प्रमुख केंद्र बनकर उभरेगा। शनिवार को पटियाला फ्लाइंग क्लब में ट्रेनी पायलटों और एयरक्राफ्ट इंजीनियरों से बातचीत करते हुए उन्होंने युवाओं को सस्ती और विश्वस्तरीय प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के सरकार के प्रयासों को रेखांकित किया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि निजी संस्थानों में कमर्शियल पायलट बनने के लिए 40 से 45 लाख रुपये तक खर्च आता है, जबकि पटियाला फ्लाइंग क्लब में सरकारी सब्सिडी के बाद यह फीस घटकर 22 से 25 लाख रुपये रह गई है। इससे किसानों, दुकानदारों, शिक्षकों और सामान्य परिवारों के बच्चे भी पायलट बनने का सपना साकार कर सकते हैं।
पटियाला में बनेगा एविएशन कॉम्प्लेक्स और म्यूज़ियम
भगवंत मान ने जानकारी दी कि पटियाला एविएशन कॉम्प्लेक्स में 7 करोड़ रुपये की लागत से एक आधुनिक एविएशन म्यूज़ियम बनाया जा रहा है। इसमें मिग एयरक्राफ्ट, दूसरी पीढ़ी के हेलीकॉप्टर, सिमुलेटर और एविएशन से जुड़ी विरासत को प्रदर्शित किया जाएगा। इसका उद्देश्य स्कूली छात्रों और युवाओं को एविएशन सेक्टर की जानकारी देना और उन्हें इस क्षेत्र में कॅरिअर बनाने के लिए प्रेरित करना है।
सस्ती तकनीकी शिक्षा और रोजगार के अवसर
पटियाला स्थित एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियरिंग कॉलेज में 3 साल का बीएससी (ऑनर्स) और 3 साल का डीजीसीए मान्यता प्राप्त एएमई प्रोग्राम मात्र 3 लाख रुपये में उपलब्ध है। इस कोर्स में 33 प्रतिशत सीटें एससी और बीसी उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि यहां से प्रशिक्षित 4,000 से अधिक युवा देश-विदेश की बड़ी कंपनियों में काम कर रहे हैं, जिनकी औसत शुरुआती सैलरी लगभग 1.5 लाख रुपये प्रति माह है।
नौकरी देने वाले बनें युवा
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि सरकार का लक्ष्य युवाओं को नौकरी तलाशने वाला नहीं, बल्कि नौकरी देने वाला बनाना है। उन्होंने छात्रों से कड़ी मेहनत करने, जमीन से जुड़े रहने और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया।
पटियाला फ्लाइंग क्लब की प्रमुख विशेषताएं
पटियाला फ्लाइंग क्लब 253 एकड़ में फैला देश का सबसे बड़ा एविएशन ट्रेनिंग कैंपस है। यहां 5 सिंगल-इंजन, 2 मल्टी-इंजन और 1 टेक्नम पी2006टी एयरक्राफ्ट से प्रशिक्षण दिया जाता है। निजी संस्थानों की तुलना में यहां फीस काफी कम है और 33 प्रतिशत सीटें एससी और बीसी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं।







