Main Slideअन्तर्राष्ट्रीय

बांग्लादेश में हिंदू युवक की पीट-पीटकर हत्या, शव पेड़ से लटकाकर जलाया

नई दिल्ली। पड़ोसी देश बांग्लादेश एक बार फिर हिंसा की आग में झुलस उठा है। कट्टरपंथी नेता उस्मान हादी की हत्या के बाद देश के कई हिस्सों में हालात बिगड़ गए हैं। ढाका समेत अनेक शहरों में आगजनी, तोड़फोड़ और हिंसक हमलों की खबरें सामने आई हैं। इस बीच, एक हिंदू युवक की नृशंस हत्या ने हालात की भयावहता को और उजागर कर दिया है।

हिंदू युवक की बेरहमी से हत्या

बांग्लादेश के भालुका इलाके से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां दीपू दास नाम के एक हिंदू युवक को कट्टरपंथी भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला। हत्या के बाद भी क्रूरता की हदें पार की गईं। आरोप है कि युवक के शव को रस्सी से पेड़ पर लटकाकर आग लगा दी गई।

पुलिस के अनुसार यह घटना भालुका के स्क्वायर मास्टर बारी स्थित दुबालिया पारा इलाके में हुई। दीपू दास एक स्थानीय कपड़ा कारखाने में काम करता था और किराए के मकान में रहता था। गुरुवार रात करीब 9 बजे भीड़ ने पैगंबर मुहम्मद के बारे में कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के आरोप में उसे घेर लिया और बेरहमी से पीटकर हत्या कर दी। बाद में शव को आग के हवाले कर दिया गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में किया।

उस्मान हादी की मौत के बाद भड़की हिंसा

इस हिंसा की पृष्ठभूमि में कट्टरपंथी संगठन ‘इंकलाब मंच’ के प्रवक्ता उस्मान हादी की मौत को अहम माना जा रहा है। उस्मान हादी को एक सप्ताह पहले ढाका में गोली मारी गई थी, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया था। गुरुवार, 18 दिसंबर को सिंगापुर के एक अस्पताल में उनकी मौत हो गई।

उस्मान हादी शेख हसीना विरोधी राजनीति का प्रमुख चेहरा थे और जुलाई 2024 में हुए विद्रोह के बाद वे एक प्रभावशाली नेता के रूप में उभरे थे। इंकलाब मंच एक दक्षिणपंथी और कट्टरपंथी राजनीतिक मंच है, जिसे भारत विरोधी रुख के लिए जाना जाता है।

विवादों में रहा इंकलाब मंच

उस्मान हादी फरवरी 2026 में होने वाले आम चुनावों में ढाका-8 सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। कुछ समय पहले वे एक कथित ‘ग्रेटर बांग्लादेश’ के नक्शे को लेकर भी विवादों में आए थे, जिसमें भारत के कुछ हिस्सों को शामिल दिखाया गया था। उस्मान हादी की मौत के बाद कट्टरपंथी संगठनों ने सड़कों पर उतरकर हिंसक प्रदर्शन शुरू कर दिए, जिससे बांग्लादेश के कई हिस्सों में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। प्रशासन हालात पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।

Show More

Related Articles

Back to top button
Close
Close