अमेरिका की धरती पर अखाड़ा परंपरा का गौरव, सिद्धयोगी महर्षि ओम् जी को मिली श्री महंत की उपाधि

टेम्पा (यूएसए)। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद भारत की ओर से अमेरिका के टेम्पा स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में एक भव्य धार्मिक आयोजन के दौरान सिद्धयोगी महर्षि ओम् जी को तेरह अखाड़ों की ओर से श्री महंत की उपाधि से विभूषित किया गया। विधिवत चद्दर विधि एवं पट्टाभिषेक संपन्न कर उन्हें श्री महंत घोषित किया गया।
इस अवसर पर श्री महंत सिद्धयोगी महर्षि ओम् जी को आचार्य पीठ, सूरत गिरी बंगला हरिद्वार एवं संन्यास आश्रम विले पार्ले पश्चिम, मुंबई से जुड़े श्री महामंडलेश्वर विश्वेश्वरानंद जी महाराज का अमेरिका में प्रमुख शिष्य बताया गया।
कार्यक्रम में विशेष रूप से श्री पं. महेश वशिष्ठ (उपाध्यक्ष, दिल्ली संत मंडल), बाबा लालजी मंदिर के महंत, दास धर्म के प्रचारक बाबा दास विजय जी महाराज (लंदन) सहित अनेक संत-महात्मा, गणमान्य अतिथि एवं सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।
चद्दर विधि व पट्टाभिषेक की संपूर्ण प्रक्रिया श्री महंत नारायण गिरी जी महाराज ने अपने करकमलों से संपन्न कराई और सिद्धयोगी महर्षि ओम् जी को श्री महंत की उपाधि प्रदान करते हुए अपना आशीर्वाद दिया।
उल्लेखनीय है कि श्री महंत नारायण गिरी जी महाराज अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता, दिल्ली संत मंडल भारत के अध्यक्ष तथा श्री दूधेश्वरनाथ मंदिर, गाजियाबाद (दिल्ली-एनसीआर) से संबद्ध हैं। यह आयोजन भारतीय सनातन परंपरा और अखाड़ा संस्कृति के वैश्विक विस्तार का प्रतीक माना जा रहा है।











