BHU परिसर में सड़क हादसे में छात्र सोनू की मौत, छात्रों ने निकाला कैंडल मार्च, बोले- विश्वविद्यालय प्रशासन व्यवस्थाओं को करें ठीक

रिपोर्ट दीपक चौबे वाराणसी
वाराणसी स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) परिसर में हुए सड़क हादसे में एक छात्र की मौत से विश्वविद्यालय का माहौल गमगीन हो गया है। इस घटना के विरोध और दिवंगत छात्र को श्रद्धांजलि देने के लिए रविवार की शाम बीएचयू के छात्रों ने विश्वनाथ मंदिर से मुख्य द्वार (सिंहद्वार) तक कैंडल मार्च निकाला और मौन रखकर सोनू को श्रद्धांजलि अर्पित की।
कैंडल मार्च में बड़ी संख्या में छात्र शामिल हुए। इस दौरान सभी ने मोमबत्तियां जलाकर शोक व्यक्त किया और विश्वविद्यालय प्रशासन से परिसर में यातायात सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने की मांग की। छात्रों का कहना था कि लगातार हो रहे सड़क हादसे विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही को दर्शाते हैं।
हिंदी विषय से मास्टर की पढ़ाई पूरी कर चुके छात्र दीपक सिंह ने बताया कि सोनू बीएचयू के फिजिकल एजुकेशन विभाग के छात्र थे और मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले थे। वे विश्वविद्यालय के बिरला ‘सी’ हॉस्टल में निवास करते थे। दीपक सिंह के अनुसार, 13 दिसंबर की रात लगभग 1:30 बजे, बीएचयू के दीक्षांत समारोह से ठीक पहले, कुलपति आवास के सामने सोनू की बाइक अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। हादसा इतना भीषण था कि सोनू गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना के बाद उन्हें तुरंत इलाज के लिए ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस हादसे की खबर मिलते ही पूरे परिसर में शोक की लहर दौड़ गई। साथी छात्रों का कहना है कि सोनू एक होनहार, अनुशासित और मिलनसार छात्र थे, जिनकी असमय मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया है।
कैंडल मार्च के दौरान छात्रों ने मांग की कि परिसर में स्पीड ब्रेकर, पर्याप्त स्ट्रीट लाइट, यातायात संकेतक और रात में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। छात्रों ने कहा कि सोनू की मौत व्यर्थ नहीं जानी चाहिए और विश्वविद्यालय प्रशासन को इस घटना से सबक लेकर ठोस कदम उठाने चाहिए।







