पंजाब में अफसरों की तबादला सूची 72 घंटे में बदली, राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में चर्चा तेज

पंजाब सरकार द्वारा हाल के दिनों में बड़े पैमाने पर आईएएस और पीसीएस अधिकारियों के लगातार तबादलों ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थिति तब और चर्चा में आ गई जब सरकार को 28 नवंबर को जारी तबादला सूची को सिर्फ 72 घंटे में बदलना पड़ा। 1 दिसंबर को चीफ सेक्रेटरी के नाम से नई सूची जारी की गई, जिसमें पहले किए गए कई तबादलों को रद्द कर दिया गया।
सूत्रों के अनुसार, कई तबादले स्थानीय विधायक या हलका इंचार्ज की सहमति के बिना किए गए थे। आपत्ति दर्ज होने के बाद इन्हें वापस लिया गया। कुछ मामलों में अधिकारियों का तबादला चंडीगढ़ या दिल्ली में बैठे नेताओं की मंजूरी के बिना करने की भी चर्चा है।
किए गए प्रमुख बदलाव
अंकुर महेंद्रु को एसडीएम मुकेरिया से एडीसी खन्ना लगाया गया था, जिसे बदलकर अब एडीसी संगरूर कर दिया गया है।
संजीव कुमार को एसडीएम रूपनगर से संयुक्त निदेशक लोकल बॉडी बनाया गया था, जिसे संशोधित कर अब उन्हें डिप्टी डायरेक्टर नियुक्त किया गया है।
रद्द किए गए तबादले
जसविंदर सिंह को एडीसी मोगा के साथ नगर निगम कमिश्नर का अतिरिक्त कार्यभार वापस ले लिया गया है। अब वे दोनों चार्ज संभालते रहेंगे।
जगदीप सहगल को संयुक्त निदेशक लोकल बॉडी से एडीसी मोगा लगाया गया था, जिसे रद्द कर दिया गया है।
मनदीप कौर का एडीसी फाजिलका से आरटीओ जालंधर किया गया तबादला रद्द किया गया।
विकास हीरा को एसीए पुडा व ग्लाडा से एडीसी संगरूर भेजा गया था, जो अब निरस्त कर दिया गया है।
फाजिलका के एसडीएम के साथ आरटीओ का चार्ज हटाकर एडीसी लगाया गया था, जिसे वापस लिया गया।
लाल विश्वास बैंस का एसडीएम नकोदर से आरटीओ संगरूर किया गया तबादला रद्द कर दिया गया है।
कंवलजीत सिंह को एसडीएम जलालाबाद के साथ फाजिलका का आरटीओ चार्ज दिया गया था, जिसे रद्द कर दिया गया है।
अमनदीप सिंह को मुख्यमंत्री फील्ड ऑफिसर के साथ एसडीएम फाजिलका का चार्ज देने का आदेश रद्द हो गया है।
नवदीप सिंह को मुख्यमंत्री फील्ड ऑफिसर के साथ एसडीएम नकोदर का चार्ज देने का निर्णय भी वापस ले लिया गया है।
तबादला सूची में इस तरह के तेज बदलावों ने राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में कई चर्चाओं को जन्म दे दिया है।







