विकास निधि रोकने के विरोध में भाजपा विधायकों का विधानसभा परिसर में धरना, सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

रिपोर्ट – जीवन कुमार, धर्मशाला
हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में चल रहे शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन राजनीतिक तनाव चरम पर पहुंच गया। विधायक क्षेत्र विकास निधि जारी न होने के विरोध में भाजपा विधायकों ने बुधवार को विधानसभा परिसर के बाहर जोरदार धरना प्रदर्शन किया। सभी विधायक हाथों में तख्तियां लिए हुए नारेबाजी करते नजर आए और सरकार पर विकास कार्य रोकने के आरोप लगाए। भाजपा विधायक अपोज़िशन लॉज से सामूहिक रूप से बाहर निकले और नारेबाजी करते हुए परिसर के बाहर धरने पर बैठ गए। उनका कहना है कि सरकार जानबूझकर विकास निधि रोककर जनहित के कार्यों में बाधा डाल रही है।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि चुने हुए विधायकों के क्षेत्रों में बजट स्वीकृत होने के बावजूद ट्रेजरी से पैसा जारी नहीं किया जा रहा है। अधिकारी साफ तौर पर बता रहे हैं कि दस हजार रुपये से अधिक की राशि रिलीज नहीं की जा सकती। इसे उन्होंने लोकतंत्र का सबसे बड़ा मजाक बताया। जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि आपदा प्रभावित इलाकों में सड़कें टूटी पड़ी हैं, पुल बह चुके हैं, लेकिन सरकार की ओर से कोई मदद नहीं पहुंच रही। क्षेत्रीय विकास के लिए MLA फंड की उम्मीद करने वाले लोगों को भी निराशा हाथ लग रही है।
उन्होंने यह भी दावा किया कि जब बजट में पैसा मौजूद है तो फिर वह जा कहां रहा है। टोकन जारी करने के नाम पर कमीशन लेकर ठेकेदारों का भुगतान रोका जा रहा है, जो नए तरह का भ्रष्टाचार है। भाजपा विधायकों ने कहा कि ट्रेजरी पर रोक लगाकर सरकार ने विकास कार्यों को ठप कर दिया है। विधायक क्षेत्र विकास निधि को लेकर उठा यह राजनीतिक टकराव आने वाले दिनों में और तीखा हो सकता है।







