कर्नाटक कांग्रेस में नेतृत्व संकट तेज: डीके शिवकुमार को CM बनाने की मांग लेकर विधायकों का दिल्ली कूच

कर्नाटक कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही खींचतान मंगलवार को उस समय और तीव्र हो गई, जब उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाने की पैरवी करने वाले कई विधायक दिल्ली में पार्टी नेतृत्व से मिलने पहुंचे। हालांकि नेताओं ने स्पष्ट किया कि अंतिम फैसला हाईकमान करेगा, लेकिन शिवकुमार गुट ने नेतृत्व परिवर्तन पर अपना भरोसा दोहराया।
‘डीके शिवकुमार जरूर बनेंगे मुख्यमंत्री’
रामनगर के कांग्रेस विधायक इकबाल हुसैन ने कहा कि सभी विधायक आलाकमान के निर्णय का सम्मान करेंगे, लेकिन उन्हें विश्वास है कि शिवकुमार जल्द ही मुख्यमंत्री पद संभालेंगे। उन्होंने कहा, “मैं अपने बयान पर कायम हूं… 200 प्रतिशत, डीके शिवकुमार मुख्यमंत्री बनेंगे। सत्ता का हस्तांतरण पांच से छह नेताओं के बीच हुए गोपनीय समझौते पर आधारित है और वही लोग अंतिम निर्णय लेंगे।”
कैबिनेट विस्तार में नए चेहरों की मांग
मद्दूर के विधायक के.एम. उदय ने बताया कि विधायकों ने आगामी कैबिनेट फेरबदल में युवाओं और नए चेहरों को जगह देने की मांग भी हाईकमान के सामने रखी है। उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व इस पर विचार कर रहा है और जो भी फैसला होगा, सभी उसका पालन करेंगे।
नेतृत्व को लेकर जारी भ्रम खत्म करने की अपील
मागडी के विधायक एच.सी. बालकृष्ण ने नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चल रहे असमंजस को खत्म करने की मांग की। उन्होंने कहा, “हम हाईकमान से इस भ्रम को दूर करने की अपील करने आए हैं। कौन मुख्यमंत्री बनता है यह बड़ा मुद्दा नहीं है, लेकिन मौजूदा अनिश्चितता पार्टी के लिए नुकसानदेह है।”
आधे कार्यकाल के बाद बढ़ी हलचल
गौरतलब है कि 20 नवंबर को कांग्रेस सरकार का आधा कार्यकाल पूरा होने के बाद से मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उनके डिप्टी डीके शिवकुमार के बीच 2023 में हुई कथित सत्ता-साझेदारी समझौते की चर्चा फिर तेज हो गई है, जिससे नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें बढ़ी हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, शिवकुमार समर्थक छह विधायकों का एक समूह रविवार रात से दिल्ली में डेरा डाले हुए है और कुछ और विधायकों के उनके साथ शामिल होने की उम्मीद है। पिछले हफ्ते भी करीब 10 विधायक एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मिल चुके हैं।







