जोहान्सबर्ग में भारतीय मूल के टेक उद्यमियों संग पीएम मोदी की सार्थक बातचीत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जोहान्सबर्ग में भारतीय मूल के टेक उद्यमियों के साथ एक उपयोगी बैठक की, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में उनके कार्यों पर चर्चा की गई और उन्हें भारत से अपने संबंध और मजबूत करने के लिए प्रेरित किया गया। बातचीत के दौरान फिनटेक, सोशल मीडिया, कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, मेडिकल डिवाइस और अन्य तकनीकी क्षेत्रों में चल रहे नवाचारों पर विस्तृत चर्चा हुई। जोहान्सबर्ग से पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा कि उद्यमियों ने अलग-अलग क्षेत्रों में अपने कार्यों के बारे में जानकारी दी और उन्होंने उनसे भारत के साथ सहयोग बढ़ाने की अपील की।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्सप्लर्जर’ के संस्थापक जतिन भाटिया ने बताया कि आठ टेक उद्यमियों ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि एक्सप्लर्जर दुनिया का पहला ट्रैवलर्स-फोकस्ड प्लेटफॉर्म है, जिसका उपयोग 75 देशों के दो करोड़ से अधिक लोग करते हैं। भाटिया के अनुसार, प्रधानमंत्री से हुई बातचीत में ऐसा महसूस हुआ जैसे किसी अनुभवी टेक उद्यमी से चर्चा हो रही हो।
उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने तकनीक, उपयोग, वैश्विक विस्तार और पर्यटन बढ़ाने से जुड़े कई महत्वपूर्ण सवाल पूछे। भाटिया ने कहा कि प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण दूरदर्शी है और यह देखकर खुशी होती है कि देश की कमान ऐसे नेता के हाथों में है जो तकनीक की गहरी समझ रखते हैं।
ग्लोबल साउथ पर भारत का फोकस
प्रधानमंत्री मोदी 21 से 23 नवंबर तक होने वाले इस शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। यह अफ्रीकी महाद्वीप पर आयोजित होने वाला पहला जी-20 शिखर सम्मेलन है। पीएम मोदी इस दौरान भारत और ग्लोबल साउथ से जुड़े प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करेंगे। दक्षिण अफ्रीका की यह अध्यक्षता इंडोनेशिया, भारत और ब्राजील के बाद लगातार चौथे ग्लोबल साउथ नेतृत्व का प्रतीक है। जी-20 समूह दुनिया की 85 प्रतिशत जीडीपी और 75 प्रतिशत वैश्विक व्यापार का प्रतिनिधित्व करता है। इस वर्ष की थीम ‘सॉलिडैरिटी, इक्वालिटी, सस्टेनेबिलिटी’ के तहत दक्षिण अफ्रीका ने कई प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को निर्धारित किया है।







