परियोजना से 1,500 प्रत्यक्ष और 10,000 अप्रत्यक्ष रोजगार की संभावना

नई दिल्ली: किंग्स इंफ्रा वेंचर्स लिमिटेड ने आंध्र प्रदेश सरकार के साथ ₹2,500 करोड़ के निवेश से 500 एकड़ में फैले किंग्स मैरीटाइम एक्वाकल्चर टेक्नोलॉजी पार्क की स्थापना हेतु एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह पार्क भारत का सबसे बड़ा हाई-टेक एक्वाकल्चर इनोवेशन ज़ोन होगा और तेजी से उभरती ब्लू इकोनॉमी में निवेशकों के लिए एक मजबूत हाई-ग्रोथ अवसर प्रस्तुत करता है। आंध्र प्रदेश सरकार ने श्रीकाकुलम जिला कलेक्टर को भूमि चयन और सभी आवश्यक स्वीकृतियों को फास्ट-ट्रैक मोड पर आगे बढ़ाने के लिए अधिकृत किया है, जिससे भूमि उपलब्ध होते ही Phase I का निर्माण तुरंत प्रारंभ किया जा सकेगा।
परियोजना के तहत किंग्स इंफ्रा और रणनीतिक निवेशकों द्वारा ₹500 करोड़ का प्रत्यक्ष निवेश किया जाएगा, जबकि MSMEs, प्रोसेसिंग यूनिट्स, नवीकरणीय ऊर्जा, सप्लाई चेन और टैंक-बेस्ड सिस्टम जैसे सहायक उद्योगों से लगभग ₹2,000 करोड़ का अप्रत्यक्ष निवेश आने की उम्मीद है। यह एकीकृत मॉडल निवेशकों को मल्टी-स्पीशीज़ फार्मिंग, प्रोसेसिंग एवं निर्यात, डिजिटल फार्मिंग तकनीक, मरीन बायो-एक्टिव्स उत्पादन, तथा R&D-इनोवेशन जैसे कई उच्च-लाभकारी क्षेत्रों में अवसर प्रदान करेगा। इस परियोजना से लगभग 1,500 प्रत्यक्ष और 10,000 अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे, साथ ही वर्ष 3 से प्रत्यक्ष निर्यात ₹2,000 करोड़ और अप्रत्यक्ष निर्यात ₹20,000 करोड़ वार्षिक तक पहुँचने का अनुमान है।
MSME मंत्री श्री कोंडापल्ली श्रीनिवास ने कहा कि किंग्स मैरीटाइम एक्वाकल्चर टेक्नोलॉजी पार्क आंध्र प्रदेश को वैश्विक एक्वाकल्चर केंद्र के रूप में स्थापित करेगा और मुख्यमंत्री की विज़न 2030—हर घर एक उद्यमी—को सशक्त करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार भूमि आवंटन से लेकर सभी अनुमोदनों तक एकल-खिड़की प्रणाली के माध्यम से पूरा सहयोग प्रदान करेगी। परियोजना के अंतर्गत स्थापित होने वाला Aquaculture Skill & Innovation Centre पाँच वर्षों में 5,000 युवाओं को प्रशिक्षित करेगा, जिसमें इंडोर RAS, IoT-सक्षम टैंक, स्वचालित फीडिंग, बायो-सिक्योरिटी और AI-आधारित फार्म मैनेजमेंट जैसे उन्नत कौशल शामिल होंगे। यह केंद्र MSMEs के लिए इनक्यूबेशन, तकनीकी सहायता और बाजार पहुँच भी उपलब्ध कराएगा।
पूरा टेक्नोलॉजी पार्क किंग्स इंफ्रा के AI ऑपरेटिंग सिस्टम BlueTechOS पर संचालित होगा, जिसे विशाखापत्तनम में विकसित किया जाएगा। यह प्लेटफॉर्म रियल-टाइम वॉटर एनालिटिक्स, रोग पूर्वानुमान, स्वचालित फीडिंग, मशीन-लर्निंग आधारित डैशबोर्ड और एंड-टू-एंड डिजिटल फार्म मैनेजमेंट जैसी स्मार्ट सुविधाएँ प्रदान करेगा, जिससे यह भारत का पहला पूर्णतः AI-ड्रिवन एक्वाकल्चर पार्क बन जाएगा। किंग्स इंफ्रा के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर श्री शाजी बेबी जॉन ने कहा कि यह परियोजना वैश्विक निवेशकों के लिए एक दुर्लभ हाई-ग्रोथ अवसर है। उनका कहना है कि कंपनी AI, बायोटेक, ऑटोमेशन और नवीकरणीय ऊर्जा को एकीकृत कर दुनिया का सबसे उन्नत एक्वाकल्चर इकोसिस्टम भारत में स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
पार्क में झींगा (L. Vannamei, Black Tiger), सीबास, ग्रुपर, तिलापिया, मड क्रैब सहित कई समुद्री और मीठे पानी की प्रजातियों का वर्षभर उत्पादन होगा, जिससे वैश्विक निर्यात बाज़ारों के लिए स्थिर और विविध आपूर्ति सुनिश्चित होगी। साथ ही एक विशेष Marine Nutraceutical & Bio-actives Unit स्थापित किया जाएगा, जहाँ ऑस्टाक्सैंथिन, ओमेगा-3 तेल, मरीन कोलेजन और सीवीड आधारित बायो-एक्टिव्स जैसे उच्च-मूल्य उत्पाद विकसित किए जाएंगे, जो निवेशकों के लिए एक मजबूत सर्कुलर इकोनॉमी मॉडल तैयार करेंगे।
किंग्स इंफ्रा के COO – इंटरनेशनल बिजनेस, श्री श्रीराम इनागल्ला ने कहा कि श्रीकाकुलम अपनी तटीय क्षमता, कुशल मानव संसाधन और वैश्विक लॉजिस्टिक्स कनेक्टिविटी के कारण इस परियोजना के लिए आदर्श स्थान है। सरकार की फास्ट-ट्रैक नीति इसे समयबद्ध और प्रभावी ढंग से लागू करने में मदद करेगी। 1987 में स्थापित किंग्स इंफ्रा वेंचर्स लिमिटेड (BSE: 530215) कोच्चि स्थित एक अग्रणी समुद्री एवं एक्वाकल्चर कंपनी है, जो हैचरियों से लेकर फार्मिंग, प्रोसेसिंग, निर्यात और ब्रांडेड रिटेल तक पूरी वैल्यू चेन को एकीकृत करती है। कंपनी की SISTA360®️ सतत फार्मिंग तकनीक एंटीबायोटिक-फ्री, ट्रैसेबल और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादन के लिए जानी जाती है।







