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लाल किला ब्लास्ट: हवाला फंडिंग का सुराग, जैश-ए-मोहम्मद से पैसे आने की आशंका, एजेंसियों को मिली अहम लीड

नई दिल्ली। दिल्ली में लाल किले के पास हुए आई-20 कार ब्लास्ट की जांच में सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली है। गिरफ्तार संदिग्ध मुजम्मिल से पूछताछ में पता चला है कि कार चला रहे आतंकी उमर उन नबी को कथित तौर पर हवाला के जरिए फंडिंग मिली थी। रविवार को जारी सूत्रों की जानकारी के अनुसार, यह रकम जैश-ए-मोहम्मद से आने की आशंका है।

20 लाख की फंडिंग

सूत्रों के अनुसार, अल फलाह यूनिवर्सिटी के डॉक्टर मुजम्मिल ने अधिकारियों को बताया कि डॉक्टरों को 20 लाख रुपए मिले थे। यह रकम एक हैंडलर द्वारा हवाला रूट से भेजी गई थी। जांच में यह भी सामने आया है कि इस रकम में से लगभग 3 लाख रुपए उर्वरक खरीदने में खर्च किए गए, जिसका इस्तेमाल विस्फोटक तैयार करने में भी होता है।

फरीदाबाद में छापेमारी के दौरान अमोनियम नाइट्रेट बरामद

फरीदाबाद में आतंकी नेटवर्क के कई ठिकानों पर छापेमारी में बड़ी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट मिला, जो उर्वरक होने के साथ-साथ शक्तिशाली विस्फोटक सामग्री का कच्चा माल भी है। सुरक्षा एजेंसियां उमर उन नबी, मुजम्मिल और मॉड्यूल से जुड़ी महिला डॉक्टर शाहीन के वित्तीय लेनदेन की जांच कर रही हैं। सूत्रों ने बताया कि उमर और शाहीन के बीच पैसों को लेकर विवाद भी सामने आया है।

हवाला डीलर हिरासत में, फंडिंग चैनल की जांच

जांच एजेंसियों ने फंडिंग नेटवर्क का पता लगाने के लिए कई हवाला ऑपरेटरों को हिरासत में लिया है। एजेंसियां यह भी पता लगाने में जुटी हैं कि विस्फोट की साजिश में विदेश से किसने वित्तीय मदद की।

धमाके में 12 की मौत, 2 दर्जन घायल

10 नवंबर को लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास एक सफेद हुंडई आई-20 में विस्फोट हुआ था। इस धमाके में 12 लोगों की मौत और करीब दो दर्जन लोग घायल हुए थे। डीएनए जांच में पुष्टि हुई कि ब्लास्ट के समय कार को उमर उन नबी उर्फ उमर मोहम्मद चला रहा था।

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