अभिनेता विनीत अनंत मैनकर का न्यूज़ जर्नलिस्ट अंकित कुमार गोयल के साथ एक्सक्लुसिव इंटरव्यू

विनीत अनंत मैनकर एक अभिनेता हैं जो हिंदी और मराठी फिल्मों और सीरियल्स में काम कर चुके हैं। जो मुंबई के मलाड में रहते हैं। उन्होंने ‘डंके’, ‘पुणे हाइवे’, ‘सिकंदर का मुकद्दर’ जैसी हिंदी फिल्मों में और ‘गुम है किसीके प्यार में’, ‘श्रावणी’, ‘नीरजा’, ‘जमाई राजा’ जैसे हिंदी सीरियल्स में काम किया है। उन्होंने ‘जय जय स्वामी समर्थ’, ‘सारे कहि तिच्यासाठी’, ‘अबोली’, ‘आई कुठे काय करते’, ‘शुभ विवाह’ जैसे मराठी सीरियल्स में भी काम किया है।
आपके लिए अभिनय का सबसे बड़ा आकर्षण क्या है और आप इसे अपने जीवन में कैसे लागू करते हैं?
मेरे लिए अभिनय का आकर्षण बचपन से रहा है, उस उम्र में आकर्षण की कोई वजह मालूम नहीं थी बस रंगमंच पर अभिनय करना चाहता था| अब उम्र के साथ साथ जब मैं अलग अलग किरदार निभाता हु तो हर किरदार के ज़रिए मुझे एक नया जीवन जीने का मौका मिलता है। अपने जीवन में मैं इसे ऐसे लागू करता हूँ कि मैं हमेशा लोगों को समझने की कोशिश करता हूँ — उनके दुख, खुशी और सोच को महसूस करता हूँ। यही मेरी असली ज़िंदगी की ऑब्ज़र्वेशन को अभिनय में सच्चा बनाती है।

आपके करियर में सबसे बड़ा मोड़ क्या था जिसने आपको अभिनय के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया?
मैंने जैसे कहा कि अभिनय में शुरुआत से ही रुचि रही है, तो पहले से मैने डिसाइड किया था कि कभी न कभी अभिनय क्षेत्र में आना ही है लेकिन कुछ फैमिली रेस्पोसिबिलिटीज थी वो जब पूरी हुई तो मैने मेरे नौकरी से इस्तीफा दिया और इस क्षेत्र में आया।
आपके पसंदीदा फिल्म या सीरियल का कौन सा सीन आपको सबसे ज्यादा पसंद है और क्यों?
मुझे मेरी पहली मूवी “दंगे” का सीन बहुत पसंद हैं क्योंकि मैं जिंदगी मैं पहली बार कैमरा फेस कर रहा था तो स्वाभाविक टेंशन था लेकिन वो सीन बिना रीटेक शूट हुआ और अच्छा सीन हुआ।
आपके लिए अभिनय में सबसे बड़ा चैलेंज क्या है और आप उसे कैसे पार करते हैं?
मेरे लिए सबसे बड़ा चैलेंज था अपने असली व्यक्तित्व से बिलकुल अलग किरदार निभाना। शुरू में मैं अपने अंदाज़ से बाहर नहीं निकल पाता था। लेकिन मैंने यह सीखा कि हर किरदार के अंदर जाने के लिए “Observation” और “Body Language” का अभ्यास ज़रूरी है। अब मैं किरदार के लहज़े, चाल और ऊर्जा को अपनाने पर ज़्यादा ध्यान देता हूँ।

आपके लिए सबसे बड़ा रिवॉर्ड क्या है और आप उसे कैसे महसूस करते हैं?
मेरे लिए सबसे बड़ा रिवॉर्ड कोई ट्रॉफी नहीं हैं, बल्कि वो पल है जब कोई दर्शक या निर्देशक कहता है — “तुमने किरदार को अच्छी तरह से निभाया। उस समय मुझे लगता है कि मेरी मेहनत रंग लाई, और मैंने किसी को अपने काम के ज़रिए सचमुच प्रभावित किया। किसी सीरियल में मेरा काम देखके कोई दर्शक फिर वो मेरा रिश्तेदार हो या दोस्त कॉल करके जब मुझसे कहता हैं कि तुमने बहुत अच्छा अभिनय किया तो बहुत अच्छा लगता हैं।
आपके भविष्य के लक्ष्यों में क्या शामिल है और आप उन्हें कैसे पूरा करने की योजना बना रहे हैं?
मेरे भविष्य के लक्ष्यों में सबसे पहले है — अपने अभिनय कौशल को लगातार बेहतर बनाना।मैं अलग-अलग अभिनय तकनीकें सीखना चाहता हूँ, जैसे मेथड एक्टिंग, इम्प्रोवाइजेशन, और कैमरा अभिनय की बारीकियाँ।मैं जब भी वक्त मिले तो हमेशा मोनोलॉग बनता हूं ताकि अपने अभिनय की गलतियां ढूंढू और बेहतर अभिनय कैसे कर सकता हूं ये सीखता हूं। मेरा मानना है कि कलाकार को हमेशा सीखते रहना चाहिए।

आपके लिए सबसे बड़ा प्रेरणा क्या है और आप इसे कैसे बनाए रखते हैं?
मेरे लिए सबसे बड़ी प्रेरणा है सीखते रहना।अभिनय ऐसा क्षेत्र है जहाँ हर किरदार, हर सीन कुछ नया सिखा जाता है। मैं इस प्रेरणा को बनाए रखने के लिए रोज़ कुछ नया करता हूँ — कभी किसी कलाकार का सीन देखकर, कभी किताबें पढ़कर, तो कभी खुद से प्रयोग करके।जब सीखना रुकता नहीं, तो उत्साह भी कभी कम नहीं होता।
आपके लिए अभिनय के अलावा क्या हॉबी है और आप उसे कैसे समय देते हैं?
अभिनय के अलावा मेरी हॉबी है संगीत सुनना और गाने गाना और किताबें पढ़ना।जब भी शूट या रिहर्सल के बीच थोड़ा समय मिलता है, मैं अपने हेडफोन लगाकर पुराने गाने सुनता हूँ गुनगुनाता हूं इसका मुझे डबल फ़ायदा होता हैं, मन की शांति मिलती है और हिंदी शब्दों के उच्चार क्लियर होते हैं। किताबें तो ट्रैवलिंग मैं मेकअप रूम में जैसे फ्री टाईम मिलता है पढ़ता हूँ।
आपके लिए सबसे बड़ा सपना क्या है और आप इसे कैसे पूरा करने की योजना बना रहे हैं?
मेरा एक ही सपना है कि लोग मुझे एक अच्छा अभिनेता के तौर से पहचाने। उसके लिए मैं रोज अभिनय में नई चीज़ सीखने की कोशिश करता हूं,
आपके लिए अभिनय के क्षेत्र में सबसे बड़ा परिवर्तन क्या है जो आप देखना चाहते हैं और आप इसे कैसे पूरा करने की योजना बना रहे हैं?
मैं चाहता हूं कि अभिनय क्षेत्र में प्रतिभावान लोगों को अच्छा अवसर मिलना चाहिए। कई अच्छे प्रतिभावान लोग पहचान ना होनेसे या किस्मत का साथ ना होने के कारण पीछे रह जाते हैं
क्या AI आने के बाद आर्टिस्ट की चुनौतीयाँ बढ़ेंगी या अवसर ज्यादा होंगे?
AI के आने से आर्टिस्ट के लिए चुनौतिया बढ़ेगी या नए अवसर प्राप्त होंगे इसके बारे में सोचकर मैं अभी मेरा वक्त खराब करना नहीं चाहता। आगे क्या होगा ये तो वक्त बताएगा और अभी मैं इसके बारे में नेगेटिव सोचूंगा तो मैं अभिनय से दूर जा सकता हूं तो मुझे अभी खुदको अच्छा और काबिल बनाते रहना चाहिए।
जो लोग कलाकार बनने के लिए यूपी, बिहार या अन्य राज्य से मुंबई आते हैं उन्हें क्या सलाह देना चाहेंगे?
जो कलाकार दूर से एक्टर बनने के लिए मुंबई आते है उनसे मुझे कहना है कि अगर आपको एक्टर बनने की मनमें आग है तो ही मुंबई आइए। कुछभी हो जाए मैं एक्टिंग ही कर सकता हूं और दूसरा कोई कम मैं कर ही नहीं सकता ऐसा अगर आपको लगता हैं तो ही एक्टर बनने मुंबई
आइए। जो अमीर है और एक्टिंग का शौक हैं और जो बिना पैसा कमाए मुंबई मैं अपने घरवालोंके पैसे पे जी सकते हैं वो मुंबई आके अपनी किस्मत जरूर आजमा सकते हैं लेकिन मिडिल क्लास या गरीब फैमिली से जो एक्टर बनना चाहते हैं उन्हें पूरी तरही सोचके के ही मुंबई आना चाहिए। क्योंकी अभिनय क्षेत्र मैं स्ट्रगलिंग पीरियड डिसाइड नहीं हैं वो एक साल भी हो सकता हैं या दस साल। इस क्षेत्र मैं एक्सपीरियंस के साथ आपके अभिनय मैं निखार जरूर आ सकता हैं लेकिन एक्सपीरियंस के साथ यहां प्रमोशन नही मिलता और सेलरी बढ़ेगीही इसकी कोई गारंटी नहीं ।
नए कलाकारों को महीने में कितना दिन काम मिलता हैं और कितना परिश्रमीक मिलता है?
यहां महीने में आपको कितने दिन काम मिलेगा कोई नहीं बता सकता हैं । शुरु में तो काम मिलना मुश्किल होता हैं। लेकीन आप एक अच्छे कलाकार होंगे और आप अच्छे ऑडिशन बना सकते हैं तो २ _३ महीने बाद काम मिलना शुरू होता है। आप शुरूस अच्छा परफोर्मेंस देंगे तो ५_६ महीने बाद महीने मैं ८_१० दिन काम मिल सकता है। लेकिन इस फील्ड मैं किस्मत का साथ होना भी जरूरी हैं।नए कलाकारों को ३०००_३५०० परिश्रमीक मिलता हैं इसमें coordinator का २०% या २५% होता हैं तो कलाकार के हाथमे २५०० तक आता हैं।







