ममता कुलकर्णी का अंडरवर्ल्ड डॉन पर विवादित बयान, कहा – दाऊद इब्राहिम आतंकवादी नहीं

90 के दशक की मशहूर अभिनेत्री ममता कुलकर्णी, जो कभी बॉलीवुड की ग्लैमर क्वीन कही जाती थीं, एक बार फिर विवादों में हैं। छठ पर्व के अवसर पर गोरखपुर पहुंची ममता ने मीडिया से बातचीत के दौरान अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर ऐसा बयान दिया, जिसने सियासी और धार्मिक हलकों में हड़कंप मचा दिया।
ममता कुलकर्णी ने कहा कि दाऊद इब्राहिम कोई आतंकवादी नहीं है और उसका नाम किसी भी बम ब्लास्ट मामले में साबित नहीं हुआ है। उन्होंने दावा किया कि दाऊद को राजनीतिक ताकतों और मीडिया ने साजिश के तहत बदनाम किया है। ममता के मुताबिक, “किसी को अपराधी कहना तब तक गलत है जब तक उस पर लगे आरोप साबित न हो जाएं। प्रचार करने से कोई अपराध नहीं बन जाता।”
दाऊद से मेरा कोई संबंध नहीं
ममता ने साफ कहा कि उनका दाऊद से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा, “मैं कभी जीवन में दाऊद से नहीं मिली। जिसके साथ मेरा नाम जोड़ा गया, उसने भी देश के खिलाफ कोई काम नहीं किया।” उनके इस बयान ने सोशल मीडिया और धार्मिक संगठनों में नई बहस छेड़ दी है।
महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर कार्रवाई
इस विवाद के बाद किन्नर अखाड़े में भी हलचल मच गई। ममता के साथ कार्यक्रम में मौजूद अखाड़े की महामंडलेश्वर प्रोफेसर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को पद से हटा दिया गया है। अखाड़े के संस्थापक द्वारा जारी पत्र में कहा गया कि ममता कुलकर्णी से जुड़े पुराने विवादों के कारण अखाड़े की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। पत्र में यह भी आरोप लगाया गया कि ममता देशविरोधी मामलों में शामिल रही हैं, जो धर्म की परंपरा का उल्लंघन है।
बॉलीवुड से संन्यास लेकर आध्यात्मिक जीवन अपनाया
ममता कुलकर्णी ने साल 2002 में फिल्म कभी तुम कभी हम के बाद अभिनय जगत को अलविदा कह दिया था। इसके बाद वह लंबे समय तक सार्वजनिक जीवन से दूर रहीं। 2025 में भारत लौटकर उन्होंने संन्यास की राह चुनी और किन्नर अखाड़ा ज्वॉइन किया। महाकुंभ 2025 में उन्होंने सन्यास की दीक्षा ली और अब वे यामिनी ममता नंदगिरी के नाम से जानी जाती हैं। उन्हें किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई थी, लेकिन अब इस विवाद के बाद उनका भविष्य फिर से सुर्खियों में है।





