सतारा में महिला डॉक्टर ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में दो पुलिसकर्मियों पर लगाए गंभीर आरोप

सतारा। सतारा जिले के फलटण इलाके में एक महिला डॉक्टर की आत्महत्या से सनसनी फैल गई है। डॉ. संपदा मुंडे, जो फलटण उपजिला अस्पताल में तैनात थीं, शुक्रवार को एक होटल के कमरे में मृत पाई गईं। पुलिस को घटनास्थल से कोई लिखित नोट नहीं मिला, लेकिन डॉक्टर के हाथ पर ही सुसाइड नोट लिखा मिला, जिसमें दो पुलिस अधिकारियों पर यौन शोषण और मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए गए हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, डॉ. मुंडे ने अपने हाथ पर लिखा है कि वे पिछले कुछ महीनों से पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के विवाद में उलझी थीं। एक मेडिकल जांच से जुड़े मामले में उनका कुछ पुलिस अधिकारियों से वाद-विवाद हुआ था, जिसके बाद उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई थी।
सुसाइड नोट में लगाए गंभीर आरोप
सुसाइड नोट में डॉक्टर ने दो पुलिस अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने लिखा है कि पुलिस उपनिरीक्षक गोपाल बदाने ने पिछले पांच महीनों में कई बार उनके साथ बलात्कार और यौन उत्पीड़न किया, जबकि पुलिस अधिकारी प्रशांत बनकर ने उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और डॉक्टर के हाथ पर लिखे सुसाइड नोट की फोरेंसिक जांच शुरू कर दी है। घटना के बाद पूरे जिले में आक्रोश फैल गया है, और पीड़िता के लिए न्याय की मांग तेज हो गई है।
मुख्यमंत्री ने दिए कार्रवाई के आदेश
घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सतारा पुलिस अधीक्षक से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की। मुख्यमंत्री ने दोनों आरोपित पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित करने का आदेश दिया है और मामले की निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए हैं। फिलहाल सतारा पुलिस ने आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है जो घटनाक्रम से जुड़े सभी पहलुओं की जांच करेगी।






