अखिलेश यादव का रामपुर दौरा: आज़म खान से मुलाकात, मुस्लिम वोटर्स को साधने की रणनीति?

रामपुर। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2027 में हैं, लेकिन राजनीतिक पार्टियां पहले से ही गठजोड़ और वोट बैंक मजबूत करने में लगी हुई हैं। इसी क्रम में आज समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रामपुर का दौरा कर रहे हैं, जहाँ वे पूर्व मंत्री आज़म खान के घर उनसे मुलाकात करेंगे।
राजनीति की समझ रखने वाले विश्लेषकों का कहना है कि यह मुलाकात मुख्य रूप से मुस्लिम वोटर्स को फिर से सपा से जोड़ने के लिए है। बताया जा रहा है कि जब आज़म खान जेल में थे, उस समय अखिलेश यादव ने उनसे मिलने नहीं गए थे और मीडिया में भी उनके पक्ष में कोई बयान नहीं दिया था। इसके कारण मुस्लिम वोटर्स ने सपा से नाराजगी दिखाई थी।
हालांकि आज़म खान की तरफ से अखिलेश यादव के प्रति कोई नाराजगी सामने नहीं आई है। लेकिन यह भी माना जा रहा था कि आज़म खान और सपा के रिश्ते अब वैसा नहीं रहे जैसा पहले मुलायम सिंह यादव के समय थे। आज़म खान समाजवादी पार्टी में हमेशा उच्चतम नेताओं में से एक माने जाते थे, लेकिन योगी सरकार के शासन में प्रदेश के मुस्लिम नेताओं की स्थिति कमजोर हुई, चाहे वो अतीक अहमद हों, अंसारी परिवार या आज़म खान का परिवार। पिछले पाँच वर्षों में ये नेता या उनके परिवार जेल की समस्याओं और मुकदमों में फंसे रहे।
अब आज़म खान को सीतापुर जेल से रिहा कर दिया गया है, और वे मीडिया से खुलकर बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि उनके और मुलायम सिंह यादव के रिश्ते अच्छे थे, लेकिन वही रिश्ता अखिलेश यादव के साथ नहीं बन पाया। इस बयान के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि आज़म खान *बसपा में शामिल हो सकते हैं, लेकिन अखिलेश यादव के रामपुर दौरे और उनसे मुलाकात से उनकी नाराजगी कम हो सकती है और उनके समर्थकों में भी सपा के प्रति नाखुशी को कम करने का प्रयास होगा।