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चीन की अदालत का बड़ा फैसला: पूरे परिवार को सुनाई मौत की सजा, चला रहे थे संगठित आपराधिक साम्राज्य

बीजिंग। चीन की एक अदालत ने म्यांमार के कोक्कांग क्षेत्र से जुड़े कुख्यात “मिंग फैमिली” के 11 सदस्यों को सजा-ए-मौत सुनाई है। आरोप है कि यह पूरा परिवार संगठित अपराध का एक बड़ा नेटवर्क चला रहा था, जिसमें हत्या, धोखाधड़ी, देह व्यापार, जुआ और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गंभीर अपराध शामिल थे।

मिंग फैमिली पर अदालत की कार्रवाई

वानझोउ इंटरमीडिएट पीपुल्स कोर्ट के अनुसार, मृत्युदंड पाए लोगों में मिंग गुओपिंग, मिंग झेनझेन और झोउ वेइचांग समेत आठ अन्य शामिल हैं। अदालत ने पांच अभियुक्तों को निलंबित मौत की सजा (दो साल की मियाद के साथ) सुनाई, जबकि 12 अन्य को 5 से 24 साल की कैद की सजा दी गई।

गुनाहों की लंबी फेहरिस्त

मिंग परिवार पर आरोप है कि उन्होंने1.4 अरब डॉलर से अधिक का अवैध जुआ और धोखाधड़ी का कारोबार कियासीमा पार कसीनो और मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क स्थापित किएटेलीकॉम फ्रॉड, ड्रग्स तस्करी, मानव तस्करी और देह व्यापार जैसे अपराध किए कर्मचारियों को जबरन काम पर लगाया और भागने वालों की हत्या कर दीजांच में सामने आया कि 2015 से यह गिरोह चीन के झेजियांग प्रांत से अपना नेटवर्क चला रहा था। मिंग फैमिली ने म्यांमार के कोकांग इलाके में अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर कई अवैध अड्डे बनाए थे।

विदेशी नागरिक भी बने शिकार

बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस आपराधिक साम्राज्य में काम करने के लिए लोगों को विदेशों से फुसलाकर लाया जाता था। इनमें ज्यादातर चीनी नागरिक थे। जो लोग इन काले धंधों से भागने की कोशिश करते, उन्हें पहले टॉर्चर किया जाता और फिर मौत के घाट उतार दिया जाता।

विद्रोही हमले के बाद खुला राज

करीब दो साल पहले, लौकाई इलाके में विद्रोही गुटों ने मिंग फैमिली के अड्डों पर हमला किया था। इस दौरान गिरोह के मुखिया की मौत हो गई। इसके बाद उनके अपराध उजागर हुए और बड़ी संख्या में आरोपियों को चीनी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।फरवरी में पहली सुनवाई के दौरान खुलासा हुआ कि मिंग फैमिली ने न सिर्फ अवैध जुआ और तस्करी, बल्कि फर्जी निवेश योजनाओं और जबरन वसूली जैसे कई अपराधों के जरिए भी हजारों करोड़ रुपये का साम्राज्य खड़ा किया था।यह मामला चीन में संगठित अपराध के खिलाफ सबसे बड़ी कार्रवाइयों में से एक माना जा रहा है।

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