नवरात्रि से पहले पीएम मोदी का राष्ट्र को संबोधन, जीएसटी 2.0 लागू होने का ऐलान

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश के नाम संबोधन शुरू हो चुका है। नवरात्रि से एक दिन पहले यह संबोधन बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि कल से नया जीएसटी (GST 2.0) लागू होने जा रहा है।प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि जीएसटी कट का लाभ हर वर्ग को मिलेगा चाहे व्यापारी हों, गरीब हों या मध्यम वर्ग। उन्होंने जोर देकर कहा कि स्वदेशी ही भारत की असली शक्ति है। हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में विदेशी वस्तुएं शामिल हो चुकी हैं, लेकिन अब हमें उनसे मुक्ति पाकर “मेड इन इंडिया” उत्पाद अपनाने होंगे। हर दुकान और हर घर को स्वदेशी से सजाना होगा। मोदी ने कहा“गर्व से कहो यह स्वदेशी है, गर्व से कहो मैं स्वदेशी हूँ”।प्रधानमंत्री का यह संबोधन 17 मिनट का होगा। माना जा रहा है कि वे *जीएसटी सुधारों* के अलावा अमेरिका द्वारा बढ़ाए गए टैरिफ और हाल में डोनाल्ड ट्रंप द्वारा किए गए H-1B वीजा बदलावों पर भी अपनी बात रख सकते हैं। हालांकि, यह केवल कयास हैं।
मोदी इससे पहले भी कई अहम मौकों पर राष्ट्र को संबोधित कर चुके हैं—2016 की नोटबंदी और कोरोना लॉकडाउन के दौरान। अब जीएसटी 2.0 को लेकर उन्होंने कहा कि नए सुधारों के तहत केवल दो कर स्लैब रहेंगे 5% और 18%। इसका अर्थ है कि रोजमर्रा की उपयोग की अधिकतर वस्तुएं अब और सस्ती होंगी। खाद्य पदार्थ, दवाइयाँ, साबुन, स्वास्थ्य सेवाएँ और बीमा जैसी अधिकांश सेवाएँ या तो टैक्स-मुक्त होंगी या केवल 5% कर के दायरे में आएँगी।
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि आयकर और जीएसटी दोनों में दी गई रियायतों को मिलाकर देशवासियों को सिर्फ एक साल में 2.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बचत होगी। उन्होंने इसे “बचत महोत्सव” बताया।मोदी ने याद दिलाया कि जीएसटी से पहले देश में दर्जनों तरह के कर एंट्री टैक्स, सेल्स टैक्स, एक्साइज, सर्विस टैक्स और वैट का बोझ था। एक शहर से दूसरे शहर सामान भेजना बेहद कठिन था। उन्होंने उदाहरण दिया कि पहले किसी कंपनी के लिए बेंगलुरु से हैदराबाद सामान भेजना इतना मुश्किल था कि कई बार कंपनियाँ वही माल पहले यूरोप भेजकर फिर यूरोप से हैदराबाद मंगवाती थीं।प्रधानमंत्री ने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद व्यापार आसान हुआ है, निवेश आकर्षक बना है और हर राज्य को विकास की दौड़ में समान अवसर मिला है। यह सुधार आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम है।
वहीं, प्रधानमंत्री के संबोधन से पहले कांग्रेस ने एक्स (X) पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब मोदी राष्ट्र को संबोधित करने की तैयारी कर रहे हैं, उसी समय वाशिंगटन डीसी में उनके “अच्छे मित्र” (डोनाल्ड ट्रंप) ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने अमेरिका-भारत व्यापार बढ़ाकर ऑपरेशन सिंदूर रोक दिया। कांग्रेस ने सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री ट्रंप के इन दावों और बिगड़ते भारत-अमेरिका रिश्तों पर कुछ कहेंगे? क्या वे लाखों H-1B वीजा धारकों की चिंता दूर करेंगे? और क्या वे उन किसानों व मजदूरों को कोई भरोसा देंगे, जिनकी आजीविका अमेरिकी टैरिफ से प्रभावित हो रही है? या फिर वे केवल नई जीएसटी दरों की ही पुनरावृत्ति करेंगे?