गुरुग्राम को मिली नई मेट्रो परियोजना की सौगात, चार साल में होगा पूरा निर्माण

गुरुग्राम: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ऐलान किया कि गुरुग्राम की बहुप्रतीक्षित मेट्रो परियोजना अगले चार साल में पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि यह कॉरिडोर गुरुग्राम को नई पहचान देगा और शहर के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल का अभिनंदन करते हुए केंद्र सरकार का आभार जताया और इसे गुरुग्राम के लिए ऐतिहासिक दिन करार दिया।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने सेक्टर-44 में ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो परियोजना के लिए भूमि पूजन कर निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। इसके बाद गुरुग्राम विश्वविद्यालय सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मनोहर लाल मुख्य अतिथि और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी अध्यक्ष रहे। इस मौके पर उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह सहित कई विधायक भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेट्रो सेवा से न केवल यात्रा सुगम होगी बल्कि जाम कम होंगे, समय बचेगा, प्रदूषण घटेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। उन्होंने बताया कि भविष्य में गुरुग्राम से द्वारका सेक्टर-21, सेक्टर-56 से पचगांव, दिल्ली से करनाल, दिल्ली से नीमराना और गुरुग्राम से फरीदाबाद होते हुए नोएडा तक मेट्रो कॉरिडोर की योजनाएं भी शामिल हैं।उन्होंने गर्व जताया कि गुरुग्राम आज भारत की आर्थिक शक्ति का प्रमुख केंद्र बन चुका है, जहां आईटी, बीपीओ, स्टार्टअप्स और ऑटोमोबाइल कंपनियों के साथ 250 से अधिक फॉर्च्यून 500 कंपनियां मौजूद हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गुरुग्राम को देश का सबसे विकसित नगर बनाया जाएगा।
27 एलिवेटेड स्टेशन होंगे तैयार
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने बताया कि लगभग 5,500 करोड़ रुपये की लागत से 28.5 किलोमीटर लंबे इस मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा, जो मिलेनियम सिटी सेंटर से साइबर सिटी और बसई से द्वारका एक्सप्रेसवे तक फैला होगा। परियोजना के तहत 27 एलिवेटेड स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनमें सुभाष चौक, हीरो होंडा चौक, उद्योग विहार और पालम विहार सहित कई प्रमुख स्थान शामिल हैं।पहले चरण में मिलेनियम सिटी सेंटर से सेक्टर-9 तक स्टेशनों का निर्माण होगा, जिस पर 1,503.63 करोड़ रुपये (जीएसटी समेत) खर्च होंगे। यह परियोजना नए और पुराने गुरुग्राम को जोड़ने के साथ ही पूरे एनसीआर में बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगी।