सपा से निष्कासित पूजा पाल ने फोड़ा लेटर बम, कहा- मेरी हत्या हुई तो अखिलेश जिम्मेदार होंगे

लखनऊ। समाजवादी पार्टी से निष्कासित विधायक पूजा पाल लगातार सुर्खियों में हैं। विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करने के बाद पार्टी ने उन्हें बाहर कर दिया था। अब उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को संबोधित एक खुला पत्र जारी किया है। इस पत्र में पूजा ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ पति राजू पाल की तरह साजिश रचकर जान लेने की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने साफ कहा है कि अगर उनके साथ कोई अनहोनी होती है तो इसकी जिम्मेदारी अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी की होगी।
अपने दो पन्नों के इस पत्र को पूजा पाल ने सोशल मीडिया पर साझा किया है। इसमें उन्होंने पार्टी से निकाले जाने पर सवाल उठाते हुए लिखा कि भाजपा सरकार में अपराधियों को सजा मिली है, जबकि सपा की नीतियों से उनका भरोसा उठ चुका है।
“सपा में पिछड़े और दलित दूसरे दर्जे के नागरिक”
पूजा ने पत्र में लिखा कि उन्होंने दो बार बिना किसी राजनीतिक सहारे के चुनाव जीतकर विधायक बनने की राह बनाई। पति राजू पाल की हत्या के बाद उन्हें उम्मीद थी कि अखिलेश यादव अपराधियों के खिलाफ न्याय दिलाएंगे। इसी सोच के चलते उन्होंने सपा ज्वाइन की और तीसरी बार विधायक बनीं। लेकिन सपा में काम करने के दौरान उन्हें लगा कि पिछड़े, अति पिछड़े और दलित समुदाय को बराबरी का दर्जा नहीं मिलता, जबकि मुस्लिम नेताओं और कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी जाती है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में चाहे कोई भी अपराधी क्यों न हो, उसे सजा दी जाती है। लेकिन जब उनके पति के हत्यारों को सजा सुनाई गई तो सपा और सैफई परिवार के कई लोग उनके पक्ष में खड़े हो गए।
पूजा ने अपने पत्र में यह भी लिखा कि उन्हें निष्कासित करने से पहले पार्टी को उनका पक्ष सुनना चाहिए था। उन्होंने पूछा कि अगर भाजपा प्रत्याशी को वोट देने की वजह से उन्हें सपा से निकाला गया है, तो फिर खुद अखिलेश यादव द्वारा दिल्ली में कांस्टीट्यूशनल क्लब चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को वोट देने पर कोई सवाल क्यों नहीं उठाया गया? उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि एक विधवा और अति पिछड़े समाज की बेटी पर कठोर कार्रवाई करना तो पार्टी को गुनाह लगता है, लेकिन वही काम जब नेताजी की पत्नी करती हैं तो उसे गुनाह नहीं माना जाता। पूजा ने यह भी आरोप लगाया कि सोशल मीडिया पर उन्हें गालियां दी जा रही हैं और जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं।
गौरतलब है कि 25 जनवरी 2005 को प्रयागराज के विधायक और बहुजन समाज पार्टी नेता राजू पाल की अतीक अहमद के भाई अशरफ के साथ राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते हत्या कर दी गई थी। इस वारदात से मात्र दस दिन पहले उनकी शादी पूजा पाल से हुई थी। राजू पाल ने 2004 के उपचुनाव में अशरफ को हराकर सीट जीती थी। इस हत्या में अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ आरोपी थे। बाद में 15 अप्रैल 2023 को दोनों की पुलिस हिरासत में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।