पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, दिल्ली के RML अस्पताल में ली अंतिम सांस

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का मंगलवार को निधन हो गया। 79 वर्षीय मलिक ने दिल्ली के राममनोहर लोहिया (RML) अस्पताल में दोपहर 1 बजकर 10 मिनट पर अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे और अस्पताल में उनका इलाज जारी था।उनके निधन की जानकारी उनके आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल से साझा की गई, जिसमें लिखा गया—“पूर्व गवर्नर चौधरी सत्यपाल सिंह मलिक जी नहीं रहे।
मई में पोस्ट की थी अस्पताल से तस्वीर
मई 2025 में मलिक ने X पर अपनी एक तस्वीर साझा की थी, जिसमें वह अस्पताल के बिस्तर पर नज़र आ रहे थे। तस्वीर के साथ उन्होंने लिखा था – मेरे बहुत से शुभचिंतकों के फोन आ रहे हैं जिन्हें उठाने में मैं असमर्थ हूं। अभी मेरी हालत बहुत खराब है। मैं फिलहाल राममनोहर लोहिया अस्पताल, दिल्ली में भर्ती हूं और किसी से भी बात करने की स्थिति में नहीं हूं।
लंबा राजनीतिक और प्रशासनिक सफर
24 जुलाई 1946 को उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में जन्मे सत्यपाल मलिक का राजनीतिक जीवन कई दलों से जुड़ाव के साथ बेहद सक्रिय रहा। उन्होंने भारतीय क्रांति दल, कांग्रेस, जनता दल, लोक दल और समाजवादी पार्टी के साथ जुड़कर काम किया और बाद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए।
वे 1980 से 1989 तक राज्यसभा सदस्य रहे और 1989 में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से लोकसभा सांसद चुने गए। 30 सितंबर 2017 को उन्हें बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। इसके बाद अगस्त 2018 में उन्हें जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल बनाया गया। जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा हटाए जाने के दौरान वह वहीं के राज्यपाल थे। वर्ष 2020 में उन्हें मेघालय का राज्यपाल नियुक्त किया गया। इसके अलावा वह गोवा के राज्यपाल पद पर भी रह चुके थे।
नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
जननायक जनता पार्टी (JJP) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने मलिक के निधन पर शोक जताया। उन्होंने X पर पोस्ट कर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की।