आंध्र प्रदेश शराब घोटाला: 12 बक्सों में छुपाई गई 11 करोड़ की नकदी, वीडियो में नोटों की गिनती करता दिखा पूर्व विधायक का करीबी

नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के बहुचर्चित 3,200 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। एसआईटी (विशेष जांच दल) को एक ऐसा वीडियो हाथ लगा है, जिसमें पूर्व विधायक चेविरेड्डी के करीबी वेंकटेश नायडू नोटों की गड्डियां गिनते नजर आ रहे हैं। वीडियो में 2000 और 500 के नोटों के बंडल दिख रहे हैं। अब इस वीडियो की टाइमिंग को लेकर राजनीतिक बहस छिड़ गई है।
चुनाव से पहले बांटने के लिए छुपाए गए थे पैसे
एसआईटी अधिकारियों ने रंगारेड्डी जिले के शमशाबाद स्थित सुलोचना फार्म गेस्ट हाउस में छापेमारी कर करीब 11 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है। बताया गया कि ये नकदी पिछले विधानसभा चुनावों से पहले मतदाताओं को प्रभावित करने के उद्देश्य से कई जगहों पर छिपाकर रखी गई थी। गेस्ट हाउस में कुल 12 बक्सों में ये रकम छुपाई गई थी।
वीडियो में सामने आई गड्डियों की गिनती
जांच अधिकारियों के अनुसार, उन्हें जो वीडियो मिला है उसमें वेंकटेश नायडू अपने सहयोगियों के साथ नकदी की गिनती करता दिख रहा है। नोटों को व्यवस्थित रूप से बंडलों में पैक कर बक्सों में रखने की तैयारी हो रही थी। यह वीडियो अब जांच का अहम हिस्सा बन गया है। हालांकि वाईएसआरसीपी का दावा है कि यह वीडियो पुराना है और इसे राजनीतिक मकसद से उछाला जा रहा है।
गिरफ्तारियां और पूछताछ
अब तक इस घोटाले में वाईएसआरसीपी सांसद पेड्डीरेड्डी वेंकट मिधुन रेड्डी सहित कई लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। जांच एजेंसी ने वेंकटेश नायडू का फोन भी जब्त किया है, जिसमें वॉट्सएप के जरिए नोटों की गड्डियों से जुड़े कुछ वीडियो और चैट सामने आए हैं।
एक अन्य आरोपी राज केसी रेड्डी ने दावा किया है कि उसका हालिया बरामद नकदी से कोई संबंध नहीं है। जबकि एक और आरोपी वरुण पुरुषोत्तम, जो घोटाले में A40 नाम से सूचीबद्ध है, को दुबई से लौटने पर हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसकी जानकारी के आधार पर ही बक्सों में छुपाई गई नकदी की बरामदगी हुई।
क्या है आंध्र का शराब घोटाला?
एसआईटी के अनुसार, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी सरकार के कार्यकाल में 3,200 करोड़ रुपये का शराब घोटाला हुआ। तत्कालीन मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के आईटी सलाहकार रहे केसीरेड्डी राजा शेखर रेड्डी पर आरोप है कि उन्होंने शराब नीति का दुरुपयोग कर बड़े ब्रांड्स की जगह घटिया ब्रांडों को प्राथमिकता दी। बदले में उन्हें और उनके सहयोगियों को भारी रिश्वत मिली।राजा शेखर रेड्डी को एसआईटी ने 21 अप्रैल को हैदराबाद एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था। इस घोटाले में कई नौकरशाह और वाईएसआरसीपी के बड़े नेता भी जांच के दायरे में हैं ।