राहुल गांधी के बयान पर चुनाव आयोग सख्त, लगाया गुमराह करने का आरोप

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के चुनाव आयोग पर दिए गए बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। चुनाव आयोग ने राहुल पर गुमराह करने और बेबुनियाद आरोप लगाने का आरोप लगाया है। आयोग का कहना है कि राहुल गांधी बार-बार ऐसे बयान देकर दबाव बनाने की कोशिश करते हैं, जो बेहद गैर-जिम्मेदाराना है।
राहुल गांधी ने SIR प्रक्रिया को बताया ‘वोट चोरी’ का तरीका
दरअसल, राहुल गांधी ने मतदाता पुनरीक्षण प्रक्रिया (SIR) को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे। उनका कहना था कि यह प्रक्रिया वोट चोरी के लिए इस्तेमाल हो रही है और इसमें चुनाव आयोग की भूमिका भी संदिग्ध है। उन्होंने दावा किया कि उनके पास इस आरोप के पक्के सबूत हैं और छह महीने की जांच के बाद जो जानकारी मिली है, वो “एटम बम” की तरह है। राहुल ने यह भी कहा कि जो लोग आयोग में इस प्रक्रिया में शामिल हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
आयोग का जवाब: कांग्रेस ने कभी नहीं दी आपत्ति
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के दावों को खारिज करते हुए कहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आए एक साल से अधिक हो चुका है। इस दौरान चुनाव परिणामों के खिलाफ कुल 10 याचिकाएं दायर की गईं, लेकिन कांग्रेस पार्टी की ओर से कोई भी आधिकारिक आपत्ति दर्ज नहीं कराई गई।
नामावली की सूची पहले ही दी गई थी: आयोग
आयोग ने स्पष्ट किया कि मतदाता सूची का ड्राफ्ट और अंतिम संस्करण सभी राजनीतिक दलों को समय पर मुहैया कराया गया था। कांग्रेस पार्टी को भी सूची दी गई थी, लेकिन तब उसने कोई सवाल नहीं उठाया।