कैप्टन पर भगवंत मान का पलटवार: “मादक पदार्थ तस्करों के मानवाधिकार की चिंता, पंजाब के युवाओं की नहीं?”

पंजाब में मादक पदार्थों को लेकर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को ‘चुनिंदा तौर पर परेशान’ किए जाने के आरोप पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने तीखा पलटवार किया है। उन्होंने अमरिंदर सिंह पर मादक पदार्थों के मसले पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया।
शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर सीएम मान ने कहा, “कैप्टन साहब, अब आपको मादक पदार्थ तस्करों के मानवाधिकारों की चिंता हो रही है? जब आपके और आपके भतीजे के राज में पंजाब के युवा नशे से तड़प-तड़पकर मर रहे थे, तब आप जलसों और भव्य पार्टियों में व्यस्त थे।”
भगवंत मान ने 2017 के चुनावी वादे की भी याद दिलाई जिसमें अमरिंदर सिंह ने ‘चार हफ्ते में पंजाब से नशा खत्म करने’ का दावा किया था। उन्होंने कहा कि यह विडंबना है कि जब आम जनता के बेटे नशे के जाल में फंसकर जान गंवा रहे थे, तब सत्ता के करीबी “धनी महाराजा” ऐशो-आराम में लिप्त थे।
इससे पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने फेसबुक पर एक पोस्ट में भगवंत मान सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा था, “पंजाब में लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है। आलोचकों को नजरबंद किया जा रहा है, उन पर झूठे मुकदमे लादे जा रहे हैं और उनकी आवाज दबाई जा रही है।” उन्होंने बिक्रम मजीठिया की गिरफ्तारी को “चुनिंदा राजनीतिक प्रतिशोध” बताया।
गौरतलब है कि पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने मजीठिया को मादक पदार्थ से कथित 540 करोड़ रुपये की काली कमाई को वैध बनाने के मामले में गिरफ्तार किया था। फिलहाल वह दो अगस्त तक न्यायिक हिरासत में हैं।मुख्यमंत्री मान ने कहा कि विपक्षी नेता अब मादक पदार्थ तस्करों के साथ मिलीभगत छिपाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पंजाब की जनता उन्हें उनके “पाखंड और विश्वासघात” के लिए कभी माफ नहीं करेगी।