बिहार विधानसभा में SIR और क्राइम को लेकर विपक्ष का हंगामा, मार्शलों से भिड़े विधायक

बिहार विधानसभा में मंगलवार को भी एसआईआर (SIR) और अपराध समेत कई मुद्दों पर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया। लगातार दूसरे दिन कार्यवाही बाधित रही। विरोध करते हुए आरजेडी विधायक वेल में पहुंच गए और जमकर नारेबाजी की। इस दौरान स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि आरजेडी विधायक *सतीश दास* को कथित तौर पर तीन बार उठाकर फेंकने की कोशिश की गई, लेकिन मार्शलों की मुस्तैदी से वे बच गए।
विधायक सतीश दास ने मीडिया से कहा, “मुझे उठाकर मुख्यमंत्री की गोद में फेंकना चाहते थे ताकि सीएम को पता चल सके कि हम काले कपड़े क्यों पहनकर आए हैं। उन्हें हमारी बात समझ में आए, इसलिए ये किया जा रहा था।
हंगामे के दौरान विपक्षी विधायकों ने रिपोर्टर टेबल के पास रखी कुर्सियां उठाईं, जिन्हें तुरंत मार्शलों ने जब्त कर लिया। टेबल को भी घेर लिया गया और इस दौरान विधायकों और मार्शलों के बीच धक्का-मुक्की हुई। विपक्षी नेता लगातार “SIR वापस लो” के नारे लगाते रहे।
तेजस्वी यादव का सरकार पर तीखा हमला
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एसआईआर मुद्दे पर सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ अधिकार छीनने का मामला नहीं है, बल्कि वोटर के अस्तित्व को मिटाने की साजिश है। हम लोग चुप बैठने वाले नहीं हैं। हमने अध्यक्ष से इस पर चर्चा की मांग की, लेकिन जानबूझकर चर्चा नहीं कराई जा रही है। तेजस्वी ने यह भी कहा कि विपक्ष ने कार्य स्थगन प्रस्ताव लाकर इस मुद्दे पर बहस की कोशिश की, लेकिन उसे भी अस्वीकार कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि “बिहार, जो लोकतंत्र की जननी है, वहीं आज लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश हो रही है।”
आरजेडी नेता ने चुनावी प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “आज स्थिति यह है कि बिना मतदाता की जानकारी के बीएलओ (BLO) उनके नाम पर फॉर्म भर रहे हैं। पूरे प्रोसेस में भारी गड़बड़ी है, जिससे आम लोग भ्रमित हैं।