झारखंड के चार शहरों में मेट्रो सेवा का प्रस्ताव, सीएम हेमंत सोरेन ने केंद्र को भेजा विस्तृत प्लान

राजधानी रांची समेत इन शहरी क्षेत्रों में तेजी से बढ़ती आबादी और ट्रैफिक जाम की समस्या को देखते हुए सरकार ने यह कदम उठाया है। मेट्रो सेवा शुरू होने से न सिर्फ ट्रैफिक का दबाव कम होगा, बल्कि वायु प्रदूषण में भी गिरावट आएगी। नागरिकों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में कम समय लगेगा और खर्च भी कम होगा।
नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने भी हाल ही में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र लिखकर राज्य में मेट्रो सेवा के लिए सहयोग मांगा था। उन्होंने पत्र में लिखा कि झारखंड में शहरीकरण तो तेजी से हो रहा है, लेकिन उस हिसाब से सार्वजनिक परिवहन और शहरी बुनियादी ढांचे का विकास नहीं हो पाया है। मौजूदा परिवहन व्यवस्था अब बढ़ते ट्रैफिक दबाव के लिए पर्याप्त नहीं है। मंत्री ने मेट्रो प्रोजेक्ट को झारखंड की शहरी जरूरतों के लिए एक क्रांतिकारी पहल बताया और केंद्र से विशेष सहयोग की अपील की। जैसे ही केंद्र सरकार की स्वीकृति मिलेगी, मेट्रो प्रोजेक्ट का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।
मेट्रो परियोजना को लेकर झारखंड के राजनीतिक दलों ने भी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य को विकसित राज्यों की श्रेणी में लाना चाहते हैं और मेट्रो प्रोजेक्ट उसी दिशा में एक बड़ा कदम है। कांग्रेस प्रवक्ता किशोर नाथ शहदेव ने मुख्यमंत्री को बधाई देते हुए कहा कि गठबंधन सरकार में विकास योजनाएं रफ्तार पकड़ रही हैं और मेट्रो प्रोजेक्ट उनमें से एक है। वहीं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और रांची के विधायक सीपी सिंह ने भी मेट्रो सेवा की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि ट्रैफिक और प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए मेट्रो बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि बीजेपी झारखंड सरकार द्वारा भेजे गए इस प्रस्ताव का स्वागत करती है।