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2030 तक जन-जन तक पहुंचेगा हार्टफुलनेस: यूथ से मिला दाजी को समर्थन

लखनऊ। श्री राम चंद्र मिशन के अध्यक्ष एवं हार्टफुलनेस ध्यान के वैश्विक आध्यात्मिक मार्गदर्शक कमलेश डी पटेल दाजी ने आईआईएम रोड स्थित बाबूजी मेमोरियल आश्रम में जुटे अपने पांच हजार से अधिक अनुयायियों को आज (सोमवार) दूसरे दिन विशेष सत्र में सामूहिक ध्यान कराया।

दाजी पिछले करीब दस दिनों से उत्तर प्रदेश के मैराथन दौरे पर हैं। वे हार्टफुलनेस सेंटरों में जाकर सामूहिक ध्यान करवा रहे हैं। इस क्रम वे श्री राम चंद्र मिशन के आदि गुरु रामचंद्र महाराज तथा बाबूजी महाराज की जन्मस्थली व कर्मस्थली क्रमश: फतेहगढ़ और शाहजहांपुर भी गए। राजधानी में उनका आगमन पांच वर्षों के लंबे इंतजार के बाद हुआ है, इस कारण से उनके आगमन पर अति उत्साह देखा जा रहा है। यहां मध्य उत्तर प्रदेश के दर्जनभर से अधिक जिलों से लोग उनके दर्शन और सत्संग के लिए आए हैं। दाजी के आने के बाद से लखनऊ सेंटर का वातावरण पूरी तरह आध्यात्मिकता में डूब हुआ है। दाजी दुनिया भर के आध्यात्मिक जिज्ञासुओं की मदद कर रहे हैं। वे अपना अधिकांश समय और ऊर्जा चेतना और आध्यात्मिकता के क्षेत्र में वैज्ञानिक प्रक्रिया से अनुसंधान में लगाते हैं। यह एक ऐसा व्यावहारिक तरीका है, जिसे उन्होंने खुद अपने अनुभव और प्रवीणता से समृद्ध किया है।

दाजी की विचारधारा से यूथ सबसे अधिक प्रभावित हो रहा है। यूथ के लिए विशेष सत्र का आयोजन आज यहां किया गया। नोएडा के हरप्रीत भान द्वारा इस सत्र में 2030 तक हार्टफुलनेस को जन-जन तक पहुंचाने के दाजी के विजन पर व्यापक रूप से ग्रुप में चर्चा की गयी। सत्र में हरप्रीत ने जॉयफुल हार्टफुलनेस अभ्यास के महत्व को व्यक्त किया। शाम को सत्संग से पूर्व ध्यान पर सत्र का आयोजन किया, जिसमें ध्यान की उपयोगिता और महत्व के प्रकाश डाला गया।

इस मौके पर हार्टफुलनेस की लखनऊ जोन की जोनल इंचार्ज शालिनी मेहरोत्रा ने बताया कि हार्टफुलनेस ध्यान हमें अंदर से चेंज करता है। यह बदलाव पूर्ण शांति के साथ होता है। हम अपने में बदलाव लाकर दुनिया में बदलाव लाते हैं। मंगलवार को प्रात:कालीन सत्र ध्यान सत्र का आयोजन किया जाएगा।

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