आखिरी टेस्ट मैच खेलने से पहले छलका श्रीलंका के कप्तान मैथ्यूज का दर्द, कही दुःख भरी बातें

श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच 2 मैचों की टेस्ट सीरीज का 17 जून से आगाज हो रहा है। टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला गाले में खेला जाएगा, जो श्रीलंका के पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज का आखिरी टेस्ट मैच होगा। इस मैच के साथ ही मैथ्यूज टेस्ट क्रिकेट अलविदा कह देंगे। मैथ्यूज ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि गाले में खेला जाने वाला टेस्ट मैच उनका आखिरी टेस्ट होगा। 38 साल के मैथ्यूज ने साल 2009 में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। दिलचस्प बात ये है कि उन्होंने अपना पहला टेस्ट भी गाले में ही खेला था और अपना आखिरी टेस्ट भी इसी मैदान पर खेलने जा रहे हैं।
गाले में टेस्ट सीरीज के आगाज से पहले एंजेलो मैथ्यूज मीडिया से मुखातिब हुए और उन्होंने भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के इतर अन्य देशों के टेस्ट मैचों की घटती संख्या पर चिंता व्यक्त की। श्रीलंका साल 2025 में सिर्फ चार टेस्ट मैच खेलेगा। यह 2013 के बाद से एक कैलेंडर ईयर में सबसे कम टेस्ट मैच हैं। इसमें कोविड का साल 2020 शामिल नहीं है।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के नए चक्र में ऑस्ट्रेलिया को 22 टेस्ट, इंग्लैंड को 21 और भारत को 18 टेस्ट खेलने हैं। श्रीलंका को पिछले चक्र की तुलना में और भी कम टेस्ट खेलने हैं। श्रीलंका की टीम सिर्फ 12 टेस्ट खेलेगी, जो बांग्लादेश के साथ संयुक्त रूप से सबसे कम है। मैथ्यूज ने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो यह काफी दुखद है। उनका मतलब है कि युवा पीढ़ी अधिक टेस्ट क्रिकेट के लिए आग्रह कर रही है। टेस्ट क्रिकेट स्पष्ट रूप से क्रिकेट का शिखर है। हम सभी को अधिक टेस्ट के लिए प्रयास करना चाहिए। ये लोग टेस्ट क्रिकेट को लेकर बहुत उत्साही हैं।