राजा को अपनी आंखों के सामने मरते देखना चाहती थी सोनम, सुपारी किलर्स ने फिर ऐसा दिया घटना को अंजाम

इंदौर। राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में अब एक और सनसनीखेज खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि राजा पर पहला घातक वार सुपारी किलर विशाल ने किया था—वो भी उस हथियार से जो महज 350 रुपये में खरीदा गया था। यह वारदात मेघालय के एक हिल स्टेशन पर अंजाम दी गई, जहां राजा अपनी नई-नवेली दुल्हन सोनम के साथ हनीमून मनाने गया था। लेकिन उसे इस बात का बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि उसके जीवन की सबसे बड़ी खुशी का यह सफर उसकी मौत की मंजिल बन जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, यह पूरी साजिश सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर रची थी। सोनम न सिर्फ इस हत्या की मास्टरमाइंड थी, बल्कि वह अपने पति की मौत को अपनी आंखों से देखना चाहती थी।
साजिश की पटकथा पहले ही लिखी जा चुकी थी
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सोनम ने राजा को एक बहाने से पहाड़ियों की तरफ ले जाया, जहां पहले से ही सुपारी किलर विशाल और आनंद घात लगाए बैठे थे। विशाल के पास पेड़ काटने वाला एक भारी हथियार था, जो उसने बेहद मामूली कीमत में खरीदा था।सबसे पहले राजा के सिर पर पीछे से वार किया गया। उसके बाद आनंद ने भी हमला किया। घायल राजा कुछ देर तक वहीं तड़पता रहा, लेकिन कोई मदद नहीं पहुंची।
हत्या के बाद सोनम ने रची थी खुद को निर्दोष दिखाने की स्क्रिप्ट
सोनम को पहले से अंदेशा था कि वारदात के बाद पुलिस की निगाहें उस पर टिकेंगी, इसलिए उसने खुद को मासूम साबित करने के लिए कई चालें चलीं।हत्या के दिन यानी 23 मई की दोपहर उसने राजा की मां उमा रघुवंशी को फोन किया। जब सास ने पूछा कि उसने खाना खाया या नहीं, तो सोनम ने उपवास की बात कही। जबकि जांच में सामने आया कि सोनम होटल में आराम से खाना खा चुकी थी। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि इस फोन कॉल के महज आधे घंटे बाद ही राजा की हत्या कर दी गई।
स्थानीय गाइड से मिला अहम सुराग
जांच के दौरान पुलिस को स्थानीय गाइड अल्बर्ट से एक महत्वपूर्ण जानकारी मिली। उसने बताया कि उसने सोनम को तीन अजनबी पुरुषों के साथ देखा था, जो बाद में राजा से बातचीत करते नज़र आए। पुलिस की तफ्तीश में यह तीनों युवक वही निकले जिन्हें हत्या की सुपारी दी गई थी।
इसके बाद कॉल रिकॉर्ड और मोबाइल लोकेशन के आधार पर जांच की दिशा तय हुई। पुलिस को यह भी हैरानी हुई कि हनीमून पर गए दंपती की कोई तस्वीर सोशल मीडिया या मोबाइल फोन में नहीं मिली, जिससे संदेह और गहरा हो गया।
गाजीपुर में मिली सोनम, फिर खुलने लगे राज़
हत्या के बाद सोनम फरार हो गई थी, लेकिन पुलिस ने लगातार उसकी लोकेशन ट्रैक की और अंततः 9 जून को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से उसे गिरफ्तार किया गया। उसके साथ तीन अन्य आरोपी भी पकड़े गए। पूछताछ में जुड़ते सबूतों और खुलासों से अब इस हत्याकांड की पूरी कहानी सामने आने लगी है — जिसमें लालच, धोखा और रची गई एक ठंडी साजिश का खौफनाक चेहरा दिखाई देता है।