सोनम ने संबंध बनाने के लिए राजा के सामने रख दी थी ये शर्त, कामाख्या दर्शन की आड़ में रची गई खौफनाक साजिश

इंदौर। राजा रघुवंशी और सोनम की शादी को कुछ ही दिन हुए थे। घर में नई खुशियों का माहौल था। परिवार में प्यार और अपनापन था, लेकिन इस रिश्ते में शुरुआत से ही एक अनजानी दूरी बनी हुई थी जो राजा को अंदर ही अंदर परेशान कर रही थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सोनम ने शादी के तुरंत बाद राजा से कहा था कि वह उसके पास तभी आएगी जब वे दोनों कामाख्या देवी के दर्शन कर लेंगे। यही नहीं, सोनम ने राजा को छूने तक से मना कर दिया था।
राजा ने इसे अपनी पत्नी की आस्था और विश्वास का विषय समझा और बिना सवाल किए उसकी बात मान ली। शिलॉंग रवाना होने से पहले सोनम, राजा को कोलकाता के कामाख्या देवी मंदिर भी ले गई थी। अब राजा की मां उमा रघुवंशी ने इस यात्रा के पीछे खौफनाक साजिश की आशंका जताई है।
मां का दावा: बेटे की दी गई नरबलि!
राजा की मां ने कहा कि संभव है सोनम ने राजा की “नरबलि” दी हो। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर वह राजा को शिलॉंग जाने से पहले कोलकाता के कामाख्या मंदिर क्यों लेकर गई? उन्होंने आशंका जताई कि वहां तंत्र क्रिया कराई गई हो। कामाख्या मंदिर तंत्र साधना के लिए प्रसिद्ध है और सोनम का व्यवहार संदेह के घेरे में है।
‘मंगल दोष’ हटाने के लिए कराई गई हत्या?
राजा के पिता ने भी बेटे की हत्या के पीछे बड़ा आरोप लगाया है। उनके अनुसार, सोनम की कुंडली में ‘मंगल दोष’ था, और उसे राज कुशवाहा से विवाह करना था। लेकिन किसी गैर-मांगलिक व्यक्ति से पहले शादी करना उसके लिए आवश्यक था। आरोप है कि सोनम ने राजा से सिर्फ इसलिए विवाह किया ताकि उसकी मृत्यु के बाद वह राज से शादी कर सके। हालांकि, कई ज्योतिषों ने इस तर्क को खारिज करते हुए कहा कि किसी की मृत्यु से ‘मंगल दोष’ समाप्त नहीं होता।
प्लान A फेल होता तो सोनम खुद करती हत्या
क्राइम ब्रांच की रिपोर्ट के अनुसार, सोनम ने हत्या के लिए दो योजनाएं तैयार कर रखी थीं। पहली योजना के तहत राज कुशवाहा के दोस्त — विशाल, आनंद और आकाश — राजा की हत्या करने वाले थे। लेकिन अगर यह योजना असफल होती, तो सोनम खुद राजा को खाई में धक्का देने की तैयारी में थी। पुलिस के मुताबिक, उसका इरादा था कि अगर साजिश का खुलासा होता है तो वह नेपाल भाग जाएगी।