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ग्रेटा थनबर्ग गाजा के समर्थन में, इजराइली नौसेना ने सहायता जहाज को रोका

इजराइल और हमास के बीच करीब डेढ़ साल से जारी युद्ध के बीच गाजा में हालात बेहद गंभीर हो चुके हैं। इजराइली हमलों से गाजा लगभग पूरी तरह तबाह हो चुका है और वहां के लोग बुनियादी ज़रूरतों के लिए जूझ रहे हैं। इसी संकट के बीच जानी-मानी पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग गाजा की मदद के लिए आगे आईं। वे 10 अन्य लोगों के साथ एक राहत सामग्री से भरे जहाज “मैडलीन” से गाजा के लिए रवाना हुईं।

यह जहाज “फ्रीडम फ्लोटिला गठबंधन” द्वारा संचालित किया जा रहा था और इसका उद्देश्य गाजा पर लगी समुद्री नाकेबंदी को चुनौती देना और वहां मानवीय सहायता पहुंचाना था। हालांकि, सोमवार सुबह करीब 3 बजे इजराइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने इस जहाज को समुद्र में ही रोक लिया और उस पर सवार सभी लोगों को हिरासत में ले लिया।

यरुशलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली नौसेना अब इस जहाज को अशदोद बंदरगाह की ओर ले जा रही है। इससे पहले इजरायली नौसेना ने जहाज को रास्ता बदलने की चेतावनी दी थी, लेकिन निर्देशों की अनदेखी के बाद कार्रवाई की गई। इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने पहले ही साफ कर दिया था कि किसी को भी गाजा की समुद्री नाकेबंदी तोड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा था कि इस तरह की कोशिशें हमास को हथियार पहुंचाने का रास्ता खोल सकती हैं।

बताया गया कि जहाज रविवार को इटली के सिसिली तट से रवाना हुआ था और इसका मकसद गाजा में जारी मानवीय संकट के प्रति अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित करना था। जहाज पर सवार लोगों में यूरोपीय संसद की फ्रांसीसी सदस्य और फिलिस्तीनी मूल की रीमा हसन भी शामिल थीं, जिन्हें पहले इजराइल में प्रवेश से रोका जा चुका है। ग्रेटा थनबर्ग की गिरफ्तारी की खबर से दुनिया भर में प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है, और एक बार फिर गाजा संकट अंतरराष्ट्रीय बहस का केंद्र बन गया है।

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