मोदी का दिमाग ठंडा है, ठंडा रहता है, लेकिन लहू गरम रहता है, पीएम नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को दिया कड़ा संदेश

बीकानेर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को बीकानेर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पालना में विशाल जनसभा को संबोधित किया। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा और ऑपरेशन सिंदूर की उपलब्धियां गिनाईं। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा, ‘पाकिस्तान एक बात भूल गया। मां भारती का सेवक मोदी यहां सीना तानकर खड़ा है। मोदी का दिमाग ठंडा है, ठंडा रहता है, लेकिन मोदी का लहू गरम रहता है। मोदी की नसों में अब लहू नहीं, गरम सिंदूर बह रहा है। उन्होंने कहा 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने धर्म पूछकर हमारी बहनों की मांग का सिंदूर उजाड़ दिया। गोलियां पहलगाम में चलीं लेकिन उन गोलियों से 140 करोड़ देशवासियों का सीना छलनी हुआ। चलिए बताते हैं कि पीएम मोदी के भाषण की 10 दमदार बातें क्या हैं।
पीएम मोदी के भाषण की दमदार बातें
पीएम नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 22 तारीख के हमले के जवाब में हमने 22 मिनट में आतंकवादियों को 9 सबसे बड़े ठिकानों को तबाह कर दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया ने और देश के दुश्मनों ने भी देख लिया कि जब सिंदूर बारूद बन जाता है तो नतीजा क्या होता है।
पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान एक बात भूल गया। मां भारती का सेवक मोदी यहां सीना तानकर खड़ा है। मोदी का दिमाग ठंडा है, ठंडा रहता है, लेकिन मोदी का लहू गरम रहता है। मोदी की नसों में अब लहू नहीं, गरम सिंदूर बह रहा है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, ‘मैंने कहा था सौगंध मुझे इस मिट्टी की, मैं देश नहीं मिटने दूंगा, मैं देश नहीं झुकने दूंगा। वो जो सिंदूर मिटाने निकले थे, उन्हें मिट्टी में मिलाया है। वो हिंदुस्तान का लहू बहाते थे, आज कतरे कतरे का हिसाब चुकाया है।’
पीएम मोदी ने कहा कि वो सोचते थे भारत चुप रहेगा, आज कोने में दुबके पड़े हैं। वो अपने हथियारों पर घमंड करते थे, आज वो मलबे के ढेर में दबे हुए हैं। ये शोध प्रतिशोध का खेलन हीं, ये न्याय का नया स्वरूप है। ये ऑपरेशन सिंदूर है। ये सिर्फ आक्रोश नहीं है, ये समर्थ भारत का रौद्र रूप है। ये भारत का नया स्वरूप है। पहले घर में घुसकर किया था वार। अब सीधा सीने पर किया प्रहार है। आतंक का फन कुचलने की, यही नीति है, यही रीति है, यही भारत है, नया भारत है।