सपा सांसद रामजी लाल सुमन पर हुए हमले के बाद प्रशासन पर भड़के अखिलेश यादव

अलीगढ़। सपा सांसद के काफिले के गुजरने के वक्त 27 अप्रैल को जो कुछ हुआ। उसमें प्रथम दृष्टया हल्का प्रभारी दरोगा-बीट सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। साथ में एसएचओ गभाना के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी है। पूरे मामले में एसपी सिटी को पुलिस लापरवाही की जांच सौंपी गई है, जो ये इनपुट जुटाएंगे कि आखिर यह सब हो गया और चौकी से लेकर थाने तक किसी को भनक नहीं लगी।
राज शेखावत ने वीडियो में कहा, “क्यों भाई रामजीलाल सुमन, मजा आया? जब तक तोड़ेंगे नहीं, तब तक छोड़ेंगे नहीं, ये सुनिश्चित है.” उन्होंने लिखा, “हमारे युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र राणा की अध्यक्षता में, योद्धाओं द्वारा गभाना टोल पर रामजीलाल सुमन को घेरते हुए आक्रामक प्रहार किया गया. दुर्भाग्यवश, कड़ी सुरक्षा के चलते वह फिर से बच निकला. योद्धाओं सुनो, ये हमले तब तक जारी रहेंगे, जब तक इस निर्लज्ज की हड्डी तोड़ कुटाई न हो जाए. क्षत्रिय करणी सेना इस आक्रमण की पूरी जिम्मेदारी लेती है. इंकलाब जिंदाबाद.”
ओकेंद्र राणा की ओर से जारी किए गए वीडियो में कहा गया है कि कुछ मिनट पहले ही हमें पता चला कि रामजी लाल सुमन निकलने वाले हैं। इसके तुरंत बाद हमने टीम को एक्टिव किया। हमें एक-दो घंटा पहले पता चल जाता तो आपको कुछ और अच्छा सुनने को मिलता। उन्होंने आगे कहा कि हमारा एक ही मकसद है कि जब तक तोड़ेंगे नहीं तब तक छोड़ेंगे नहीं। फिर चाहे अखिलेश हों या सुमन हों या फिर सपा का कोई भी हो। हमारी रडार पर जो भी आएगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। सपा को जब तक घुटने नहीं टिकवा देंगे, तब तक नहीं मानेंगे।
अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अब क्या बुलडोज़र का दम बेदम हो गया है या उत्तर प्रदेश की सरकार ने अराजकता के आगे समर्पण कर दिया है या फिर ये सब उत्तर प्रदेश सरकार की रज़ामंदी से हो रहा है