बैलेट पेपर से हों चुनाव, सत्ताधारी दल के पास ऐसी तकनीक जिससे चुनावों में उसे फायदा और विपक्ष को नुकसान हो रहा: मल्ल्किार्जुन खड़गे

अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद में कांग्रेस का 84वां अधिवेशन चल रहा है। आज इस अधिवेशन का अंतिम दिन है। पार्टी अध्यक्ष मल्ल्किार्जुन खड़गे ने दूसरे दिन कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने इस दौरान मतपत्र से चुनाव कराए जाने की पैरवी की और यह आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल ने ऐसी तकनीक विकसित कर ली है जिससे चुनावों में उसे फायदा और विपक्ष को नुकसान हो रहा है। खड़गे ने कहा कि पिछले 11 सालों से सत्ताधारी पार्टी संवैधानिक मूल्यों और संवैधानिक संस्थाओं पर हमला कर रही है। इसे रोकना जरूरी है। हाल में बजट सत्र में सरकार ने मनमाने ढंग से काम किया। राहुल गांधी को बोलने की अनुमति नहीं दी जाती है।
खड़गे ने आगे कहा कि पिछले 11 साल से विपक्ष की आवाज दबाई जा रही है। इस दौरान उन्होंने ईवीएम को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया के विकसित देश ईवीएम को छोड़कर बैलेट पेपर से वोटिंग करा रहे हैं, लेकिन हम अभी भी ईवीएम पर निर्भर है। ये सब फ्राॅड है। सरकार ने ऐसे तरीके ईजाद कर लिए है, जिससे सिर्फ उन्हें ही फायदा मिल रहा है। आने वाले समय में देश के नौजवान उठ खड़े होंगे और ईवीएम के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। वे कहेंगे कि उन्हें ईवीएम नहीं चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि संसद में देर रात के बाद सुबह 5 बजे तक चर्चा चली लेकिन सरकार के पास जरूरी मुद्दों के लिए समय ही नहीं था। ये लोग लोकतंत्र को कितनी गंभीरता से लेते है, इससे समझ में आता है। अमेरिका ने भारत पर 26 प्रतिशत टैरिफ लगाया लेकिन इसकी सदन में चर्चा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो एक दिन आएगा जब मोदी सरकार खुद की संपत्तियां बेचकर चले जाएंगे। कांग्रेस को गालियां देने की बजाय वे कोई काम नहीं करते हैं। चुनावी संस्थाएं उनके अधीन हैं। चुनाव में घोटाले हो रहे हैं।