बांके बिहारी जी ने पहनी 200 रुपए के नोटों से बनी पोशाक, 4 लाख रुपए का किया गया प्रयोग
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मथुरा: माघ पूर्णिमा के अवसर पर बांके बिहारी जी अलग ही छवि में दर्शन देते नजर आए। शाम को जब बांके बिहारी जी के दर्शन के लिए कपाट खुले तो उन्होंने नोटों से बनी पोशाक धारण की हुई थी। 200 रुपए के नोटों से बनी पोशाक धारण किए बांके बिहारी जी की छवि के दर्शन कर भक्त आनंद में सराबोर हो गए।
4 लाख रुपए के किए गए नोट प्रयोग
भगवान बांके बिहारी जी को धारण कराई गई नोटों से बनी पोशाक में 200- 200 रुपए के 15 गड्डी प्रयोग की गईं। इसके अलावा एक लाख रुपए दस, बीस रुपये, 100 रुपये और 500 रुपए के नोटों का प्रयोग किया गया। भक्त ने भगवान की चोली, धोती, मुकुट सभी नोटों से बनवाया।
शयन भोग सेवा में कराई धारण
भगवान बांके बिहारी को माघ पूर्णिमा के अवसर पर राजस्थान के भक्त द्वारा अर्पित की गई यह पोशाक शाम के समय होने वाली शयन भोग सेवा में धारण कराई गई। शाम को जब भक्तों ने भगवान बांके बिहारी जी के नोटों की पोशाक धारण किए दर्शन किए तो वह आनंद में सराबोर हो गए और उनको एक टक निहारते रहे।
पहली बार धारण की नोटों से बनी पोशाक
भगवान बांके बिहारी को पहली बार नोटों से बनी पोशाक धारण कराई गई। इससे पहले उनके बनने वाले फूल बंगलों के दौरान नोटों के बंगले बनाए जाते रहे हैं। इसके अलावा कई बार भक्तों ने नोटों की माला भी अर्पित की है। लेकिन यह पहला मौका जब भगवान बांके बिहारी जी को नोटों से बनी पोशाक धारण कराई गई हो।
सांवरिया सेठ के दर्शन से मिली प्रेरणा
मंदिर के गोस्वामी नितिन सांवरिया ने बताया कि राजस्थान के एक भक्त हैं जो बांके बिहारी जी और सांवरिया सेठ में अटूट आस्था रखते हैं। उन्हीं भक्त ने जब सांवरिया सेठ के कई बार नोटों से बनी पोशाक धारण किए दर्शन किए तो उनके मन में प्रेरणा आई कि वह भगवान बांके बिहारी जी के लिए नोटों से बनी पोशाक अर्पित करेंगे। इसके बाद उन्होंने खुद कारीगरों के साथ बैठकर इस पोशाक को बनवाया। नितिन सांवरिया ने बताया कि यह लक्ष्मी पोशाक है।