भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से लिया संन्यास
नई दिल्ली। भारतीय टीम के स्टार विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में बंगाल की टीम के लिए पंजाब के खिलाफ मुकाबला खेला। उनके करियर का ये आखिरी मैच था। 40 साल के साहा ने भारतीय टीम के लिए टेस्ट और वनडे फॉर्मेट में क्रिकेट खेला। वहीं उनका घरेलू क्रिकेट में भी रिकॉर्ड शानदार रहा है। अब उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खुद अपने संन्यास के बारे में बताया है।
28 साल पहले क्रिकेट के मैदान पर रखा था कदम
ऋद्धिमान साहा ने एक्स पर लिखा कि जब मैंने 1997 में पहली बार क्रिकेट के मैदान पर कदम रखा था तब से 28 साल हो गए हैं और यह सफर शानदार रहा है। अपने देश, राज्य, जिले, क्लब, विश्वविद्यालय, कॉलेज और स्कूल की तरफ से खेलना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है। साहा ने अपने जीवन पर क्रिकेट के प्रभाव पर कहा कि आज मैं जो कुछ भी हूं, हर उपलब्धि, हर सीखा हुआ सबक, मैं इन सबका श्रेय इस अद्भुत खेल को देता हूं। क्रिकेट ने मुझे बेहद खुशी के पल, अविस्मरणीय जीत और अमूल्य अनुभव दिए हैं।
उन्होंने कहा कि उतार-चढ़ाव, जीत और हार ने इस सफर में मुझे वह बना दिया है जो मैं हूं। सभी चीजों का अंत होना ही है, इसलिए मैंने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का फैसला किया है। अब एक नया अध्याय शुरू करने का समय आ गया है। अब अपने आप को अपने परिवार और दोस्तों के प्रति समर्पित करने का का समय है। मैं उन पलों को संजोना चाहता हूं जिसे मैं खेल से जुड़े होने के कारण अनुभव नहीं कर सका था।
न्यूजीलैंड के खिलाफ साल 2021 में खेला था आखिरी टेस्ट मैच
ऋद्धिमान साहा ने भारतीय टीम के लिए अपना आखिरी मैच साल 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। वह 2014 में एमएस धोनी के संन्यास लेने के बाद और ऋषभ पंत के आने से पहले भारतीय टीम के नियमित सदस्य थे। लेकिन वह खराब फॉर्म की वजह से टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर सके। दूसरी तरफ मुख्य कोच द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा की कप्तानी में नए टीम मैनेजमेंट ने ऋषभ पंत के विकल्प के रूप में केएस भरत को प्राथमिकता दी। इसी वजह से उन्हें साल 2021 के बाद भारतीय टीम में मौका नहीं मिल पाया।