जसप्रीत बुमराह अकेले ढो रहे टीम इंडिया का जिम्मा, भारतीय बल्लेबाजों ने किया काफी निराश
मेलबर्न। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का चौथा मैच मेलबर्न में खेला गया। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 184 रनों से धमाकेदार जीत दर्ज करते हुए 5 मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त हासिल कर ली। मेलबर्न टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों ने काफी निराश किया जिससे जसप्रीत की पूरी मेहनत पर पानी फिर गया। बुमराह ने दोनों पारियों में मिलकर जमकर गेंदबाजी की और एक 5 विकेट हॉल सहित सबसे ज्यादा 9 विकेट अपने नाम किए। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम को मिली एकमात्र जीत में बुमराह का अहम योगदान था।
इस सीरीज में बुमराह ने चार टेस्ट मैचों में अब तक कुल 141.2 ओवर गेंदबाजी की है और उन्होंने इस दौरान 30 विकेट झटके हैं। बुमराह के कंधो पर टीम इंडिया का कितना ज्यादा भार है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह इस सीरीज में सबसे ज्यादा ओवर फेंकने वाले गेंदबाज हैं और सबसे ज्यादा विकेट भी उन्हीं की झोली में हैं। पैट कमिंस 136.4 ओवर के साथ दूसरे नंबर पर रहे और मिचेल स्टार्क 131.2 ओवर के साथ तीसरे स्थान पर।
मेलबर्न टेस्ट खत्म होने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने भी माना कि जसप्रीत बुमराह ने काफी गेंदबाजी की। इसमें कोई संदेह नहीं है। लेकिन हर टेस्ट मैच में आपको गेंदबाजों के वर्कलोड मैनेजमेंट के बारे में पता होता है। उन्होंने कहा कि अगर कोई इतनी शानदार लय में है, तो आप जितना संभव हो सके उसका फायदा उठाने की कोशिश करना चाहते हैं और हम बुमराह के साथ यही करने की कोशिश कर रहे हैं।
बुमराह को इंजरी का खतरा ज्यादा
रोहित इस बात से भी सहमत नजर आए कि किसी को भी बुमराह को लेकर सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि उनके चोटिल होने का खतरा ज्यादा रहता है। उन्होंने कहा कि एक समय आता है जब आपको थोड़ा पीछे हटने की जरूरत होती है और गेंदबाज को थोड़ी अतिरिक्त राहत भी देनी होती है। इसलिए हम इस मामले में बहुत सावधान रहे हैं। बुमराह से इस बारे में बात करते रहते हैं कि कि वह कैसा महसूस करते हैं।