डबलिन से आए अनंत टंडन और रोहिणी का प्री-वेडिंग शूट सेवा कार्य में बदलकर बना प्रेरणादायक क्षण
आयरलैंड के डबलिन से भारत आए अनंत टंडन और रोहिणी ने अपनी प्री-वेडिंग शूट को एक अनोखे और प्रेरणादायक सेवा कार्य में बदलकर समाज के समक्ष एक भावुक उदाहरण प्रस्तुत किया। लखनऊ के मेडिकल कॉलेज परिसर में स्थित प्रसादम सेवा हाल में उन्होंने कैंसर और गंभीर रोगों से पीड़ित मरीजों के निःशक्त तीमारदारों के लिए पौष्टिक भोजन की व्यवस्था की। इस सेवा कार्य के दौरान सैकड़ों तीमारदारों ने भोजन प्राप्त किया और अनंत-रोहिणी के इस उदार भाव को देखकर उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए आशीर्वाद दिया, जिससे यह प्री-वेडिंग शूट एक यादगार और प्रेरणादायक पल बन गया।
इस खास मौके पर अनंत और रोहिणी ने स्वयं अपने हाथों से भोजन की तैयारी में सहयोग किया, जिसमें उनके परिवार के सदस्यों ने भी पूरा योगदान दिया। प्रसादम सेवा हाल को इस ऐतिहासिक अवसर के लिए खूबसूरती से फूलों से सजाया गया था, और तीमारदार इस आयोजन में घराती और बाराती बनकर शामिल हुए, जिससे यह पल और भी खास हो गया।
फूडमैन विशाल सिंह ने इस अवसर पर टंडन परिवार की सराहना करते हुए कहा, “आज जब लोग अपनी प्री-वेडिंग शूट और अन्य व्यक्तिगत उत्सवों पर लाखों रुपए खर्च कर रहे हैं, टंडन परिवार ने विदेश से आकर पीड़ितों की इस घड़ी में सेवा कर समाज को ‘सेवा परमो धर्म’ और ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ के आदर्शों को आगे बढ़ाने का उदाहरण प्रस्तुत किया है। मैं टंडन परिवार को इस मानवीय सेवा भावना के लिए साधुवाद देता हूँ और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ।”
इस अवसर पर टंडन परिवार के अन्य सदस्य स्वेतांशु टंडन, शिवागी टंडन, अभिरूप, रोटी रस्तोगी, शशि टंडन, शेफाली रस्तोगी, और अभिमन्यु भी उपस्थित थे। परिवार ने साझा किया कि उनके माता-पिता ने उन्हें सेवा और संस्कारों की शिक्षा दी है और वे पिछले 16 वर्षों से फूडमैन विशाल सिंह के साथ प्रसादम सेवा से जुड़े हुए हैं।
फूडमैन विशाल सिंह ने अपना जीवन मानवता की सेवा में समर्पित कर रखा है और यह टंडन परिवार का सौभाग्य है कि वे उनके इस मानवीय सेवा यज्ञ में आहुति प्रदान कर रहे हैं। कोविड महामारी के दौरान भी विशाल सिंह ने सेवा का निस्वार्थ भाव दिखाया। उनके नेतृत्व में विजय श्री फाउंडेशन ने लाखों लोगों के लिए रैन बसेरों का निर्माण किया और बच्चों की शिक्षा में सहयोग किया। उनकी ‘हंगर फ्री वर्ल्ड’ मुहिम भूख मुक्त विश्व की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और ‘रोटी के साथ रोजगार’ मुहिम से हजारों लोगों को रोजगार मिल रहा है। टंडन परिवार ने समाज से आह्वान किया कि वे ऐसे नेक कार्यों का समर्थन करें और सेवा कार्यों में सहयोग दें।
प्रसादम सेवा के इस विशेष आयोजन ने न केवल टंडन परिवार बल्कि सभी तीमारदारों के लिए एक यादगार क्षण बना दिया। अनंत और रोहिणी ने कहा कि इस सेवा कार्य में उन्हें आत्मसंतोष और आनंद का अनुभव हुआ और इस तरह के सेवा कार्य से उनके नए जीवन का शुभारंभ हुआ।