पुलिस हिरासत में मौत मामला: अखिलेश-मायावती का योगी सरकार पर निशाना, कहा- हम पीड़ित परिवार के साथ
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस के हिरासत में मोहित पांडे नाम के शख्स की मौत के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। मामला लखनऊ के चिनहट थाने का है, जहां शांतिभंग के मामले में मोहित पांडे को पुलिस ने हिरासत में लिया था। मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने पीट-पीटकर उसकी हत्या की है। हालांकि इस बात से पुलिस साफ इनकार कर रही है। पुलिस का कहना है कि मोहित पांडे की मौत अस्पताल में हुई। इस बीच सपा सुप्रीमो मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले पर योगी सरकार पर निशाना साधा है।
मायावती ने अपने सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “यूपी की राजधानी लखनऊ में पुलिस हिरासत में व्यापारी मोहित पाण्डे की कथित तौर पर हुई मौत की घटना पर परिवार एवं लोगों में रोष व आक्रोश व्याप्त होना स्वाभाविक। यह घटना अति-निन्दनीय। सरकार पीड़ित परिवार को न्याय देने के लिए प्रभावी कदम अवश्य उठाए।” उन्होंने आगे कहा, “इसके अलावा यहा प्रदेश में महिलाओं पर भी आए दिन हो रही जुल्म-ज्यादती की घटनाएं अति-चिन्तनीय, जिन पर भी सरकार ऐसे अपराधियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करे, जो अत्यन्त जरूरी।”
इससे पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घटना पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए राज्य की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि ‘पुलिस हिरासत’ का नाम बदलकर ‘अत्याचार गृह’ कर दिया जाना चाहिए। अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”उत्तर प्रदेश की राजधानी में पिछले 16 दिनों में पुलिस हिरासत में मौत (हत्या पढ़ा जाए) का दूसरा समाचार मिला है। नाम बदलने में माहिर सरकार को अब ‘पुलिस हिरासत’ का नाम बदलकर ‘अत्याचार गृह’ रख देना चाहिए। पीड़ित परिवार की हर मांग पूरी की जाए, हम उनके साथ हैं।”