7 अक्टूबर को बीवी-बच्चों समेत सुरंग में छिप गया था याह्या सिनवार, इजरायल ने जारी किया वीडियो
नई दिल्ली। आईडीएफ ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से मारे गए हमास चीफ याह्या सिनवार का फुटेज जारी किया है. इसमें वो परिवार समेत सुरंग से निकलता देखा जा सकता है. फुटेज 7 अक्टूबर 2023 का बताया जा रहा है जब इजरायल पर सरप्राइज अटैक किया गया था.
इस क्लिप में सिनवार 7 अक्टूबर की शाम एक सुरंग से गुजरता हुआ देखा जा सकता है। कथित तौर पर वो इस दौरान यहीं छिपा रहा। 6 अक्टूबर की फुटेज में उसे परिवार और जरूरी सामान के साथ भागते हुए दिखाया गया है। आईडीएफ ने शनिवार शाम को जारी फुटेज में खान यूनिस में अपने घर के नीचे एक सुरंग परिसर से भागते हुए दिखाया गया है, जो 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर हुए हमले की पहली रात का था। आईडीएफ के मुताबिक सिनवार का ये कायराना एक्ट था।
यह फुटेज दक्षिणी गाजा शहर राफा में सिनवार की मौत के बाद जारी किया गया। फुटेज में सिनवार, उसकी पत्नी और बच्चों को पानी, तकिए, गद्दे और एक टेलीविजन सेट ले जाते हुए दिखाया गया है। आईडीएफ प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि सुरंग खान यूनिस में परिवार के घर के नीचे स्थित थी। यह फुटेज कई महीने पहले एक ऑपरेशन के दौरान गाजा से बरामद की गई थी।
इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा “क्रूर नरसंहार से पहले भी, सिनवार अपने और अपने परिवार के अस्तित्व को बचाने में व्यस्त था।” हगारी ने कहा “नरसंहार से कुछ घंटे पहले, सिनवार और उसका परिवार अकेले सुरंग में भाग गया…वे लंबे समय तक रहने के लिए भोजन, पानी, तकिए, एक प्लाज्मा टेलीविजन, गद्दे और अन्य जरूरी सामान लेकर आता जाता दिखा…नरसंहार से कुछ घंटे पहले, सिनवार को केवल अपने और अपने परिवार की परवाह थी, जबकि उसने इजरायली बच्चों, महिलाओं और पुरुषों पर जानलेवा हमले के लिए आतंकवादियों को भेजा था।”
आईडीएफ ने भूमिगत परिसर की तस्वीरें दिखाईं, जिसमें शौचालय, शॉवर, एक रसोई, बिस्तर, वर्दी, तिजोरियां, बहुत सारी नकदी, दस्तावेज और सुरंग में अन्य खुफिया जानकारी थी। प्रवक्ता ने कहा कि फरवरी में, आईडीएफ खान यूनिस में सिनवार द्वारा बनाए गए भूमिगत किले तक पहुंच गया था, लेकिन वह कुछ समय पहले ही भाग गया था। इस बीच, हमास ने सिनवार की मौत को शहादत का नाम दिया। महिमामंडित करते हुए कहा था कि लड़ते हुए वो वीरगति को प्राप्त हुआ। उन्होंने हगारी की टिप्पणी को “सरासर झूठ” करार दिया था।