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राजेश सिंह दयाल द्वारा आयोजित 10 दिवसीय आध्यात्मिक प्रवचन, राम कथा का हुआ शुभारंभ

लखनऊ। तुलसी जयंती के पावन अवसर पर दयाल ग्रुप और राजेश सिंह दयाल फाउंडेशन के संस्थापक श्री राजेश सिंह दयाल द्वारा आयोजित 10 दिवसीय आध्यात्मिक प्रवचन, राम कथा का शुभारंभ हुआ। आज से शुरू हुआ यह कार्यक्रम 18 अगस्त, 2024 तक जारी रहेगा।

उद्घाटन समारोह में उत्तर प्रदेश सरकार के माननीय सड़क एवं परिवहन मंत्री श्री दयाशंकर सिंह और प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु प्रेमभूषण जी महाराज की उपस्थिति रही, जो राम कथा सुनाएंगे।

कार्यक्रम के मुख्य आयोजक श्री राजेश सिंह दयाल ने इस आध्यात्मिक समागम की मेजबानी के पीछे अपनी प्रेरणा व्यक्त की। उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “आज की दुनिया में, जहाँ अधर्म (अनैतिकता) व्याप्त है, सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए हमारी संस्कृति और आध्यात्मिकता के बीज बोना आवश्यक है। इस राम कथा का उद्देश्य बस यही है।”राजेश सिंह दयाल जी ने बताया की श्री राम का चरित्र युवाओं के लिए बहुमूल्य शिक्षा प्रदान करता है।

युवाओं के लिए, श्री राम का चरित्र एक शाश्वत प्रेरणा के रूप में कार्य करता है, जो हमें अपने जीवन में इन मूल्यों को अपनाने की याद दिलाता है। इन पाठों को अपनाकर, युवा श्री राम की तरह साहस, बुद्धिमत्ता और ईमानदारी के साथ जीवन की चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।

श्री राजेश सिंह दयाल दयाल द्वारा आयोजित यह पहला आध्यात्मिक कार्यक्रम नहीं है। इससे पहले, उन्होंने अवधेशानंद गिरि जी महाराज और ब्रह्माकुमारी की शिवानी बहन जैसे प्रतिष्ठित आध्यात्मिक गुरुओं की उपस्थिति में अध्यात्म प्रवाह के बैनर तले कई कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक संचालन किया है।

प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु प्रेमभूषण जी महाराज ने पवित्र मंत्रों का जाप करके राम कथा की शुरुआत की, जिससे प्रवचन का सुर दिव्य हो गया। उनकी भावपूर्ण आवाज ने आयोजन स्थल पर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

*कहानी शुरू होती है*

प्रेमभूषण जी महाराज ने अयोध्या में राजकुमार राम के जन्म से शुरू करते हुए भगवान राम की महाकाव्य कथा सुनाना शुरू किया। उन्होंने राम के जन्म के महत्व और यह कैसे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, इस पर विस्तार से बताया। महाराज की कथावाचन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिसमें भक्ति गीत और दार्शनिक अंतर्दृष्टि भी शामिल थी।

*मुख्य अंश*

– प्रेमभूषण जी महाराज ने भगवान राम के जीवन से उदाहरण देते हुए भक्ति, विश्वास और निस्वार्थ सेवा के महत्व पर जोर दिया।
– उन्होंने बताया कि कैसे राम की यात्रा सत्य, न्याय और धार्मिकता की मानवीय खोज का रूपक है।
– महाराज ने गुरु-शिष्य परंपरा के महत्व पर भी प्रकाश डाला और बताया कि आध्यात्मिक विकास में यह कैसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

*श्रोताओं का अनुभव*

श्रोतागण महाराज के शब्दों से बहुत प्रभावित हुए, प्रवचन के दौरान कई भक्तगण भावुक दिखाई दिए। माहौल में उत्साह था, भीड़ ने एक स्वर में “जय श्री राम” का नारा लगाया, जिससे सामूहिक उत्साह की भावना पैदा हुई।

10 दिवसीय राम कथा दयाल बाघ पर आयोजित की जाएगी और प्रतिदिन शाम 4 पर शुरू होगी। श्री राजेश सिंह दयाल दयाल ने लखनऊ के लोगों से बड़ी संख्या में भाग लेने और भगवान राम का आशीर्वाद लेने का आग्रह किया।

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