कन्नौज में राहुल-अखिलेश ने संयुक्त जनसभा को किया संबोधित, कहा- भाजपा की इस बार देश में सबसे बड़ी हार होगी
कन्नौज। कन्नौज में आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा मुखिया अखिलेश यादव ने संयुक्त रैली की। रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि कन्नौज में जितने भी बड़े-बड़े काम दिखाई दे रहे हैं समाजवादी सरकार के किए हैं। जो लोग हाईवे पर चलते हैं उनको पता है कि हाईवे समाजवादियों ने बनवाया है लेकिन हमने कभी हाइवे को धुलवाया नहीं होगा। अखिलेश यादव ने बीजेपी नेताओं पर झूठे वादे करने का भी आरोप लगाया है। अखिलेश यादव ने कहा कि चोरों में झगड़ा तभी होता है जब बंटवारा ठीक से ना हो, मुझे वो दिन भी याद हैं जब बादलों की वजह से रडार से दिखाई नहीं दे रहा था, नाले की गैस से चाय बना रहे थे। उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग हमारे और संविधान के पीछे पड़े हैं. कन्नौज में विकास जो सुगंध रुकी है, उसे आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा।
वहीं इस रैली में राहुल गांधी ने भी बीजेपी को जमकर निशाने पर लिया। राहुल ने कहा- मोदी ने करोड़ों युवाओं को बेरोजगार कर दिया। वैक्सीन बनाने वाली कंपनी से करोड़ों रुपए लिए। आप मर रहे थे और पीएम कहे रहे थे कि थाली बजाओ और ताली बजाओ। नफरत को खत्म करने के लिए हमने मोहब्बत फैलाई है। हम ये कहे रहे हैं कि 2024 में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि कन्नौज से अखिलेश यादव की जीत होने जा रही है। मैं आपको लिखकर देता हूं। उत्तर प्रदेश में इंडी गठबंधन का तूफान आने वाला है। मैं आपको लिखित में देता हूं कि इस बार भाजपा को देश में अपनी सबसे बड़ी हार का सामना करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता ने मन बना लिया है कि यहां परिवर्तन लाना है, भारत में परिवर्तन लाना है। राहुल गांधी ने कहा कि 10 वर्षों में नरेंद्र मोदी ने कभी भी अडानी और अंबानी के नाम का उल्लेख नहीं किया। उन्होंने 10 वर्षों में हजारों भाषण दिए लेकिन उन्होंने कभी उनका नाम नहीं लिया। जब किसी को डर लगता है तो वह उन लोगों का नाम लेता है, जो उन्हें बचा सकता है, तो नरेंद्र मोदी ने अपने दो दोस्तों का नाम लिया। उन्होंने कहा कि मुझे बचा लो, इंडी गठबंधन ने मुझे घेर लिया है, मैं हार रहा हूं। अडानी-अंबानी, मुझे बचा लो।’ इसीलिए नरेंद्र मोदी ने उनका नाम लिया। उन्हें यह भी पता है कि अडानी टेंपो में पैसे कैसे भेजते हैं। प्रधानमंत्री को टेंपो का निजी अनुभव है। अब भाजपा, नरेंद्र मोदी और अमित शाह आपका ध्यान डायवर्ट करने की कोशिश करेंगे। अगले 10-15 दिनों तक वे आपका ध्यान भटकाने की कोशिश करेंगे।