नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज केरल के पलक्कड़ में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि बीजेपी ने अगले 5 वर्षों के लिए ‘विकास’ और ‘विरासत’ का विजन जारी किया है। पलक्कड़ को केरल का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता हर किसी का मन मोह लेती है। यहां केरल में कई मंदिर, चर्च और आस्था के स्थान हैं। अगले 5 वर्षों में हम केरल को एक वैश्विक विरासत बनाने के लिए काम करेंगे। हम केरल को राजमार्गों, एक्सप्रेसवे और हाई-स्पीड वंदे भारत ट्रेनों के नेटवर्क से जोड़ेंगे। पीएम ने कहा, इस साल केरल यह सुनिश्चित करेगा कि संसद में उसकी आवाज सुनी जाए।
इस दौरान पीएम मोदी ने यूडीएफ गठबंधन पर भी निशाना साधा। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने संकल्प पत्र का जिक्र करते हुए मोदी सरकार 3.0 में होने वाले कामकाज का जिक्र किया। पीएम मोदी ने राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा हर संभव प्रयास करने की भी बात कही। पीएम मोदी ने आगे कहा,” यहां की प्राकृतिक सुंदरता हर किसी का मन मोह लेती है। यहां केरल में कई मंदिर, चर्च और आस्था के स्थान हैं। अगले 5 वर्षों में हम केरल को एक वैश्विक विरासत बनाने के लिए काम करेंगे। हम केरल को राजमार्गों, एक्सप्रेसवे और हाई-स्पीड वंदे भारत ट्रेनों के नेटवर्क से जोड़ेंगे।” प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, “यह चुनाव देश के भविष्य के लिए निर्णय लेने का चुनाव है। यह चुनाव आपके उज्ज्वल भविष्य और आपके बच्चों के उज्ज्वल जीवन की गारंटी देने का चुनाव है।”केरल के लोगों पिछले दस वर्षों में देखा है कि कैसे एनडीए सरकार ने दुनिया भर में भारत की साख बढ़ाई है। कांग्रेस सरकार ने भारत की छवि एक कमजोर देश के रूप में बनाई थी। आज जब कोई भारतीय विदेश जाता है। उनका सम्मान किया जाता है। आज का भारत युद्ध में फंसे अपने नागरिकों को बचाने की ताकत रखता है। हम अपने देश के साथ-साथ दूसरे देशों की भी मदद करते हैं दुनिया।”
पीएम मोदी ने आगे कहा,”केरल में एनडीए सरकार के पिछले कार्यकाल में जल जीवन मिशन के तहत 36 लाख से अधिक नल जल कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। जिस गति से पूरे देश में जल जीवन जल मिशन चलाया गया है उसकी तुलना में केरल सरकार इतना कुछ नहीं होने दे रही है, वे भ्रष्टाचार करना चाह रहे हैं, इसलिए आज भी केरल में घरों में पीने के पानी का संकट है। केरल में पानी का संकट यहां के राज्य सरकार की असफलता का जीता-जागता उदाहरण है। केरल में 20 सीटों के लिए एक ही चरण में वोटिंग होनी है। यहां दूसरे चरण (26 अप्रैल) को चुनाव होना है। केरल के कासरगोड, कन्नूर, वडकरा, वायनाड, कोझिकोड, मलप्पुरम, पोनान्नी, पलक्कड़, अलाथुर, त्रिशूर, चालक्कुडी, एर्नाकुलम, इदुक्की, कोट्टायम, आलप्पुझा, मावेलिक्करा, पतनमटिट्टा, कोल्लम, अट्टिंगल और तिरुवनंतपुरम की सीटें पर चुनाव होंगे।